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ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन सेंटर की विवरणिका व पुस्तिका का किया गया विमोचन


उत्तराखण्ड के साथ-साथ पूरे देश के किसानों को पतंजलि से समृद्धि की नई राह मिली है। किसानों को जैविक कृषि प्रशिक्षण तथा मृदा परीक्षण तकनीक उपलब्ध कराकर पतंजलि योगपीठ किसान समृद्धि की राह खोल चुका है।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार, 19 अगस्त। विषमुक्त कृषि के साथ-साथ किसानों की समृद्धि के उद्देश्य से पतंजलि योगपीठ-2 के योगभवन सभागार में जैविक कृषि संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में हजारों किसान भाईयों व बहनों को सम्बोधित करते हुए उत्तराखण्ड के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि उत्तराखण्ड के साथ-साथ पूरे देश के किसानों को पतंजलि से समृद्धि की नई राह मिली है। किसानों को जैविक कृषि प्रशिक्षण तथा मृदा परीक्षण तकनीक उपलब्ध कराकर पतंजलि योगपीठ किसान समृद्धि की राह खोल चुका है। अब पतंजलि ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन सेंटर से प्रामाणिक उत्पाद जब बाजार में आएँगे तो उनका मूल्य स्वतः ही कई गुना बढ़ जाएगा। कृषि मंत्री ने कहा कि पतंजलि ने कृषि के क्षेत्र में नई क्रांति का सूत्रपात किया है। पतंजलि की दूरगामी सोच और कृषि कार्य में नए-नए अनुसंधान इस क्रांति के मुख्य हथियार साबित हुए हैं। उन्होंने कहा कि जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे पतंजलि के प्रयासों में उत्तराखण्ड सरकार हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। कृषि मंत्री ने उत्तराखण्ड से युवाओं के पलायन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जो युवा अपनी जमीन बेचकर चंद पैसों की खातिर पहाड़ों से पलायन कर रहे हैं वे अपनी आने वाली पीढि़यों के साथ अपराध व छल कर रहे हैं। उन्होंने मात्रशक्ति पर बोलते हुए कहा कि यदि पहाड़ पर कृषि जिन्दा है तो उसकी देन पहाड़ी महिलाएँ हैं जो दैनिक कार्यों के साथ-साथ मवेशियों का पालन व कृषि कार्य में पूर्ण सहभागिता करती हैं। इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है जहाँ प्राचीनकाल से ही जैविक खेती की जाती रही है किन्तु अधिक उत्पादन के लालच में परिस्थितियाँ बदल रही हैं। उन्होंने कहा कि पतंजलि कृषक समृद्धि-कार्यक्रम मिशन मोड में कार्य करते हुए, किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करता है। कृषि के क्षेत्र में पहाड़ों पर हमें बड़ा कार्य करना है। इसके लिए एक विशेष योजना तैयार की गई है जिसके तहत पी.ओ.आर.आई. के निपुण कृषि वैज्ञानिक जरूरतमंद किसानों को जैविक कृषि का प्रशिक्षण देंगे तथा ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन सेंटर उनके उत्पादों के प्रमाणीकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करेगा।

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