यशसà¥à¤µà¥€ शरà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤°à¤¾à¤‚ड à¤à¤®à¥à¤¬à¥‡à¤¸à¤¡à¤° à¤à¤šà¤†à¤°à¤¡à¥€à¤ आयà¥à¤°à¤ªà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ मिशन तथा ओम आरोगà¥à¤¯à¤‚ योग मंदिर के संयà¥à¤•à¥à¤¤ ततà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¾à¤¨ में आज रकà¥à¤·à¤¾à¤¬à¤‚धन के शà¥à¤ अवसर पर तà¥à¤°à¤¿à¤¶à¥‚ल गेसà¥à¤Ÿ हाउस बीà¤à¤šà¤ˆà¤à¤², गांधीपारà¥à¤• बीà¤à¤šà¤ˆà¤à¤², सिडकà¥à¤² तथा शिवालिक नगर में आयà¥à¤°à¤ªà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ को रकà¥à¤·à¤¾ सूतà¥à¤° बांधकर रकà¥à¤·à¤¾à¤¬à¤‚धन का तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° मनाया गया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
यशसà¥à¤µà¥€ शरà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤°à¤¾à¤‚ड à¤à¤®à¥à¤¬à¥‡à¤¸à¤¡à¤° à¤à¤šà¤†à¤°à¤¡à¥€à¤ आयà¥à¤°à¤ªà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ मिशन तथा ओम आरोगà¥à¤¯à¤‚ योग मंदिर के संयà¥à¤•à¥à¤¤ ततà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¾à¤¨ में आज रकà¥à¤·à¤¾à¤¬à¤‚धन के शà¥à¤ अवसर पर तà¥à¤°à¤¿à¤¶à¥‚ल गेसà¥à¤Ÿ हाउस बीà¤à¤šà¤ˆà¤à¤², गांधीपारà¥à¤• बीà¤à¤šà¤ˆà¤à¤², सिडकà¥à¤² तथा शिवालिक नगर में आयà¥à¤°à¤ªà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ को रकà¥à¤·à¤¾ सूतà¥à¤° बांधकर रकà¥à¤·à¤¾à¤¬à¤‚धन का तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° मनाया गया। आयà¥à¤°à¤ªà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ मिशन के अंतरà¥à¤—त अà¤à¥€ तक हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर आयà¥à¤°à¤ªà¥à¤²à¤¾à¤‚ट लगाठगठहैं। अतः आज रकà¥à¤·à¤¾à¤¬à¤‚धन के शà¥à¤ अवसर पर उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर जाकर यशसà¥à¤µà¥€ शरà¥à¤®à¤¾ ओशà¥à¤µà¤¿à¤¨ शरà¥à¤®à¤¾ आदि ने उन पौधों को रकà¥à¤·à¤¾ सूतà¥à¤° बांधकर यह पà¥à¤°à¤£ लिया कि हम अपने परिवार की तरह ही इन पौधों की à¤à¥€ रकà¥à¤·à¤¾ करेंगे। इस अवसर पर यशसà¥à¤µà¥€ शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा की जब से हमने यह पौधे लगाठहैं, हम सब मिलकर आयà¥à¤° पà¥à¤²à¤¾à¤‚ट का निरंतर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रख रहे हैं। तो आज जब सà¤à¥€ à¤à¤¾à¤ˆ-बहन मिलकर रकà¥à¤·à¤¾à¤¬à¤‚धन का तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° मना रहे हैं तो हम अपने आयà¥à¤°à¤ªà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ को कैसे à¤à¥‚ल सकते हैं। इसीलिठआज हम इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ राखी बांधकर यह बताना चाहते हैं कि यह ननà¥à¤¹à¥‡ पौधे à¤à¥€ हमारे परिवार के सदसà¥à¤¯ हैं और हम हमेशा इनका धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखेंगे। ओशà¥à¤µà¤¿à¤¨ शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा कि पेड़ पौधे हमारे जीवन के लिठबहà¥à¤¤ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° रकà¥à¤·à¤¾ बंधन पर बहन à¤à¤¾à¤ˆ को राखी बांधती है और à¤à¤¾à¤ˆ बहन की रकà¥à¤·à¤¾ करने का पà¥à¤°à¤£ लेता है उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पेड़-पौधे हमें ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ और शà¥à¤¦à¥à¤§ हवा देकर हमारे पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ की रकà¥à¤·à¤¾ करते हैं। इसलिठआज हम इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ राखी बांधकर यह पà¥à¤°à¤£ लेते हैं कि हम à¤à¥€ इनकी देखà¤à¤¾à¤² करेंगे। हम इनका ऋण तो नहीं चà¥à¤•à¤¾ सकते पर अपना पà¥à¤¯à¤¾à¤° तो दरà¥à¤¶à¤¾ ही सकते हैं। ओम आरोगà¥à¤¯à¤‚ योग मंदिर के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• योगी रजनीश ने कहा कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ है की बचà¥à¤šà¥‡ इन पौधों को अपने परिवार के रूप में देख रहे हैं। यह à¤à¤• नठकल की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ है। यदि हम सब इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से पेड़ पौधों को अपने परिवार का सदसà¥à¤¯ मानकर उनका संरकà¥à¤·à¤£ करें तथा उनका धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें तो निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही हम परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ से संबंधित बहà¥à¤¤ सारी समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पा सकते हैं और अपने आसपास का वातावरण हरा-à¤à¤°à¤¾ और शà¥à¤¦à¥à¤§ रख सकते हैं। यदि हम सबकी सोच इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की हो जाठतो निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही हमारी पृथà¥à¤µà¥€ बहà¥à¤¤ जलà¥à¤¦ पूरà¥à¤µ की à¤à¤¾à¤‚ति हरी-à¤à¤°à¥€ और सà¥à¤‚दर हो जाà¤à¤—ी। अतः आप सà¤à¥€ से निवेदन है कि आप सब à¤à¥€ इन पौधों को à¤à¥‚ले नहीं अपितॠजितना अधिक हो सके परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ à¤à¤µà¤‚ पौधारोपण में अपना सहयोग देकर अपने करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ को पूरà¥à¤£ करें।