सपà¥à¤¤à¤® दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह में बतौर मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि रमेश पोखरियाल निशंक ,मानव संसाधन मंतà¥à¤°à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ सलाहकार अजीत डोà¤à¤¾à¤² à¤à¤µà¤‚ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤¾à¤§à¤¿à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ योगेंदà¥à¤° नारायण à¤à¤µà¤‚ कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¤¼à¥‡à¤¸à¤° अनà¥à¤¨à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¾ नौटियाल ने à¤à¤«à¤¡à¥€à¤¸à¥€ à¤à¤µà¤‚ महिला छातà¥à¤°à¤¾à¤µà¤¾à¤¸ के विसà¥à¤¤à¤¾à¤° कारà¥à¤¯ का शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ किया।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
हेमवती नंदन बहà¥à¤—à¥à¤£à¤¾ गढ़वाल विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के सपà¥à¤¤à¤® दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह में बतौर मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि रमेश पोखरियाल निशंक ,मानव संसाधन मंतà¥à¤°à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ सलाहकार अजीत डोà¤à¤¾à¤² à¤à¤µà¤‚ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤¾à¤§à¤¿à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ योगेंदà¥à¤° नारायण à¤à¤µà¤‚ कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¤¼à¥‡à¤¸à¤° अनà¥à¤¨à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¾ नौटियाल ने à¤à¤«à¤¡à¥€à¤¸à¥€ à¤à¤µà¤‚ महिला छातà¥à¤°à¤¾à¤µà¤¾à¤¸ के विसà¥à¤¤à¤¾à¤° कारà¥à¤¯ का शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ किया। दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठदीप पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¨ के बाद वंदे मातरम से हà¥à¤†à¥¤ मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि मानव संसाधन विकास मंतà¥à¤°à¥€ रमेश पोखरियाल ने कहा कि मेरा उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड जन कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिठसृजन का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है। मैं अपने आपको गौरवानà¥à¤µà¤¿à¤¤ महसूस कर रहा हूं कि मैं अपनी आसà¥à¤¥à¤¾ ,आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®, सौंदरà¥à¤¯ और शौरà¥à¤¯ से सजे पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के इस विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में अपने छातà¥à¤° छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं के बीच इस आयोजन का हिसà¥à¤¸à¤¾ बनकर उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हूं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हिमालय में जà¥à¤žà¤¾à¤¨ है, विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ है ,वेद है ,आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ है, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ है , सोच और शौरà¥à¤¯ है। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के जन मानस ने देश दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में अपनी योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ को सिदà¥à¤§ किया है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि यह विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ तो à¤à¤¸à¤¾ है, जहां गंगा ,हिमालय ,परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ ,संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ ,पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤¤à¥à¤µ, वानिकी व योग जैसे अनेक विषयों की पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—शाला तो पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ में ही निहित है। विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में हमें पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ातà¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ की पूरà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ परिवेश में ही मिलती है। मà¥à¤à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है कि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ के नठआयाम सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करेगा । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने शिकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ देते हà¥à¤ कहा कि वे अपनी लगन व दृढ़ता से à¤à¤¸à¥‡ मानव संसाधन बनें जो देश दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की पà¥à¤°à¤—ति में सबसे आगे विशà¥à¤µ कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिठसà¥à¤µà¤¯à¤‚ को सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ कर सकें। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने 2 वरà¥à¤· के à¤à¥€à¤¤à¤° जो उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ हासिल की उसके लिठविशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ बधाई की पातà¥à¤° हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा किया कि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° अनà¥à¤¨à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¾ नौटियाल के हाथों सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ है । इस अवसर पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ सलाहकार अजीत डोà¤à¤¾à¤² ने अपने संबोधन में कहा कि जिन छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं को उपाधि दी जा रही है मैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤µà¤‚ उनके परिजनों को हारà¥à¤¦à¤¿à¤• बधाई à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ देता हूं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आपके लिठयह उपाधि आज तक साधà¥à¤¯ थी ,लेकिन अब यह साधन है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करते हà¥à¤ कहा कि योदà¥à¤§à¤¾ के लिठकोई मंजिल नहीं होती उनके लिठपड़ाव होते हैं। योदà¥à¤§à¤¾ तब तक योदà¥à¤§à¤¾ है जब तक वह मंजिल तक नहीं पहà¥à¤‚चता । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने डी लिट की मानद उपाधि दिठजाने पर विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ का आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किया । विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤¾à¤§à¤¿à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ योगेंदà¥à¤° नारायण ने अपने अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤£ में कहा कि आज सपà¥à¤¤à¤® दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह में मानव संसाधन मंतà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ सलाहकार की उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ हमारे लिठगौरव का कà¥à¤·à¤£ है । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड वीरों की à¤à¥‚मि है इसलिठइस विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में डिफेंस à¤à¤‚ड सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥ˆà¤Ÿà¥‡à¤œà¤¿à¤• सà¥à¤Ÿà¤¡à¥€à¤œ का अलग सà¥à¤•à¥‚ल होना चाहिà¤à¥¤ इसके लिठà¤à¤¨à¤à¤¸à¤ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤šà¤†à¤°à¤¡à¥€ मंतà¥à¤°à¥€ à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करेंगे à¤à¤¸à¤¾ मेरा उनसे अनà¥à¤°à¥‹à¤§ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि देश के पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ आईआईटी, आईआईà¤à¤®, इंसà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ट ऑफ साइंस बेंगलà¥à¤°à¥ आदि के पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤°à¥‹à¤‚ को इस विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ जाठतथा जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का आदान पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया जाà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚, पà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•à¥‹à¤‚ का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ किया कि हम सब मिलकर इस विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ को देश के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ की शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ में पहले पायदान पर लाने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करेंगे। विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ ने दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ सà¤à¥€ अतिथियों का सà¥à¤µà¤¾à¤—त करते हà¥à¤ विशà¥à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की पà¥à¤°à¤—ति आखà¥à¤¯à¤¾ को विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से रखा । पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° नौटियाल ने कहा कि हमारा पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ होगा कि हम विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ को नेक की ठगà¥à¤°à¥‡à¤¡ से ठपà¥à¤²à¤¸ गà¥à¤°à¥‡à¤¡ तक पहà¥à¤‚चाà¤à¤‚गे। दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह में पीà¤à¤šà¤¡à¥€ ,à¤à¤®à¤«à¤¿à¤² तथा विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विषयों के कà¥à¤² 418 छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को उपाधियां पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की गई । जिनमें 45 छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को गोलà¥à¤¡ मेडल दिठगठ। अंत में विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤¸à¤šà¤¿à¤µ डॉ à¤à¤•à¥‡ à¤à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया गया। समारोह के बाद à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ हिमालयी राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ के संघ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¥à¤® अंतरा फलक बैठक का आयोजन à¤à¤šà¤†à¤°à¤¡à¥€ मंतà¥à¤°à¥€ की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में किया गया । जिसमें हिमालयी राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£, रोजगार ,सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ इन राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की महतà¥à¤¤à¤¾ पर सारà¥à¤¥à¤• चरà¥à¤šà¤¾ हà¥à¤ˆ । à¤à¤šà¤†à¤°à¤¡à¥€ मंतà¥à¤°à¥€ ने कहा कि इन कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सà¥à¤¥à¤¾à¤ˆ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं पर शोध होने चाहिठ। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जैविक खेती ,परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ ,सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾, हिमखंडों के संरकà¥à¤·à¤£, जड़ी-बूटी उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨, जैव विविधता à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤·à¥à¤ª उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ पर शोध कारà¥à¤¯ करने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ पर बल दिया। इस मौके पर कà¥à¤²à¤¾à¤§à¤¿à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ योगेंदà¥à¤° नारायण ,कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° अनà¥à¤¨à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¾ नौटियाल, विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संकायों के संकाय अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।