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रुद्रप्रयाग में प्रथम चरण के अन्तर्गत ग्रामों में खुले में शौच की प्रथा को पूर्णतया समाप्त


स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के प्रथम चरण के अन्तर्गत ग्रामों में खुले में शौच की प्रथा को पूर्णतया समाप्त करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य एवं आर्थिक लाभ हुए हंै।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

रुद्रप्रयाग 31 अगस्त, 2021, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के प्रथम चरण के अन्तर्गत ग्रामों में खुले में शौच की प्रथा को पूर्णतया समाप्त करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य एवं आर्थिक लाभ हुए हंै। यह महत्वपूर्ण तथ्य है कि ओ0डी0एफ0 स्थिति को स्थायी रखने एवं खुले में शौच प्रथा के प्रति व्यवहार परिवर्तन को विशेष महत्व दिया जाना है। जिससे कि जनमानस स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के स्थायी लाभ को समझ सकें। परियोजना प्रबन्धक स्वजल श्री एम0एस0 नेगी ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-सस के अन्तर्गत सामुदायिक सोकपिटों के निर्माण को प्रोत्साहित एवं प्राथमिकता दी जानी है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में गन्दे पानी (हतमल ूंजमत) का सुरक्षित निस्तारण सुनिश्चित हो सके। विभिन्न राज्यों में गन्दे पानी के विकेन्द्रीकृत प्रबन्धन में सोकपिटों विशेष रूप कारगर एवं प्रभावी सिद्ध हुए हंै। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग 100 दिवसीय अभियान का शुभारम्भ दिनांक 25 अगस्त, 2021 से किया गया है, जिससे स्थानीय स्तर पर किए जा रहे प्रयासों को ऊर्जा प्रदान की जा सकेगी एवं जनमानस को समेकित रूप में कार्य करने हेतु एकत्र कर प्रोत्साहित किया जा सकेगा। इन प्रयासों से ओ0डी0एफ0 के परिणामों को स्थायित्व मिलेगा एवं राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों में गन्दे पानी के प्रभावी प्रबन्धन हेतु हजारों सोकपिटों के निर्माण का लक्ष्य प्राप्त हो सकेगा। उन्होंने बताया कि ओ0डी0एफ0 स्थायित्व एवं ग्रामों में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार सोकपिटों के निर्माण में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की निधि (निदके) को उपयोग में लाया जा सकता है, इसके साथ-साथ अधिक फण्ड की आवश्यकता होने पर 15वें वित्त आयोग एवं मनरेगा निधि का भी उपयोग किया जा सकता है। बताया कि 100 दिवसीय अभियान को सफल बनाने हेतु आवश्यकतानुसार सामुदायिक सोकपिट एवं व्यक्तिगत सोकपिट स्वजल एवं 15 वां वित्त से बनाने हेतु एक सितंबर 2021 से 30 नवंबर, 2021 तक के लक्ष्य के अनुसार तीनों विकास खंडों के अंतर्गत कुल 336 ग्राम पंचायतों में व्यक्तिगत सोकपिट 750 तथा 75 सामुदायिक सोकपिट स्वजल के तहत निर्धारित हैं। इसी तरह 15वां वित्त के तहत 1344 व्यक्तिगत तथा 336 सामुदायिक सोकपिट निर्धारित हैं।

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