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चमोली में जिन शिकायतों का विभागीय स्तर पर समाधान हो सकता है:हंसादत्त पांडे


जन शिकायतों को गम्भीरता से लेते उनका शीघ्र समाधान करना सुनिश्चत करें। जिन शिकायतों का विभागीय स्तर पर समाधान हो सकता है, उनका तत्काल निस्तारण करें तथा कृत कार्यवाही से संबधित शिकायतकर्ता को भी अवगत करना सुनिश्चत करें।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 03 दिसंबर,2019,जन शिकायतों को गम्भीरता से लेते उनका शीघ्र समाधान करना सुनिश्चत करें। जिन शिकायतों का विभागीय स्तर पर समाधान हो सकता है, उनका तत्काल निस्तारण करें तथा कृत कार्यवाही से संबधित शिकायतकर्ता को भी अवगत करना सुनिश्चत करें। यह निर्देश प्रभारी जिलाधिकारी हंसादत्त पांडे ने मंगलवार को तहसील देवाल के विकास भवन सभागार में आयोजित तहसील दिवस में फरियादियों की शिकायतें सुनते हुए अधिकारियों को दिए। सीमांत क्षेत्र देवाल में पहली बार तहसील दिवस आयोजित होने पर स्थानीय निवासियों ने खुशी जाहिर की। तहसील दिवस में फरियादियों ने सड़क, शिक्षा, पेयजल, विद्युत, दूरसंचार, आपदा में क्षतिग्रस्त संपर्क मार्ग, पैदल पुल एवं क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के पुर्ननिर्माण, बाढ सुरक्षा, जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा, राशन कार्ड आदि से जुडी 75 शिकायतें दर्ज की, जिसमें से 37 शिकायतों का जिलाधिकारी ने मौके पर ही निस्तारण किया गया तथा अवशेष शिकायतों पर त्वरित निस्तारण के निर्देश अधिकारियों को दिए गए। प्रभारी जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनता की शिकायतों को प्राथमिकता के साथ निस्तारण करना सुनिश्चित करें। कहा कि शिकायतों के निस्तारण में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। तहसील दिवस में सड़क, शिक्षा एवं दैवीय आपदा में क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के पुर्ननिर्माण के मुद्दे छाए रहे है। स्थानीय निवासियों ने थराली-देवाल-मुन्दोली-वाण मोटर मार्ग के जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने से आवाजाही में हो रही समस्या पर प्रभारी जिलाधिकारी ने लोनिवि को मोटर मार्ग पर पडे गढ़ढे व नालियों को शीघ्र दुरूस्त कराने के निर्देश दिए। स्थानीय निवासियों ने नन्दकेशरी-धरातल्ला मोटर मार्ग स्वीकृत करने, बगडीखोड-धूरा मोटर मार्ग की सर्वे न होने, पूर्णा-वलीबूवो मोटर मार्ग स्वीकृत कराने, सवाड मोटर मार्ग का चैडीकरण न होने, लाटू बैड से रणकधार तक मोटर मार्ग निर्माण कराने, ल्वाणी-काण्डई लगा ताजपुर मोटर मार्ग का निर्माण शुरू न होने की शिकायतों पर प्रभारी जिलाधिकारी ने संबधित सड़क निर्माणदायी विभागों को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बेराधार मोटर मार्ग कटिंग का मलवा खेतों डालने से खेती को हो रहे नुकसान की शिकायत पर लोनिवि को तत्काल मलवा हटाने के निर्देश दिए गए। जिप सदस्य देवी प्रसाद जोशी ने दैवीय आपदा के दौरान डाढरबगड में क्षतिग्रस्त पुल का निर्माण शुरू न किए जाने की शिकायत पर ईई लोनिवि ने बताया कि झूला पुल निर्माण के लिए डीपीआर शासन को भेजी गई है तथा धनराशि उपलब्ध होने पर निर्माण शुरू किया जाएगा। आपदा प्रभावित गांव फल्दिया, कलसीर, बमणबेरा, हरमनी, ल्वाणी, झलिया आदि ग्राम वासियों ने विगत दैवीय आपदा में गांव में क्षतिग्रस्त संपर्क मार्ग, पुलिया, पेयजल लाईन, घराटों का अभी तक पुर्ननिर्माण न होने की शिकायत पर प्रभारी जिलाधिकारी ने संबधित विभागों को आपदा में स्वीकृत कार्यो को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित झलिया गांव के विस्थापन के लिए भूमि तलाश की जा रही है। बमणबेरा व हरमनी गांव में बाढ सुरक्षा कार्यो के लिए संयुक्त निरीक्षण कर जाॅच करने तथा सिंचाई विभाग को आंगणन तैयार करने के निर्देश दिए गए। स्थानीय निवासियों ने राइका ल्वाणी में विज्ञान विषय न होने के कारण छात्रों को पठन पाठन में हो रही समस्या, राइका मुन्दोली व आदर्श रा0जू0 हाईस्कूल सूइयां में शिक्षकों की कमी की शिकायत पर प्रभारी जिलाधिकारी ने खण्ड शिक्षा अधिकारी को स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था करने तथा शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों में तत्काल ईलर्निग व्यवस्था शुरू कराने के निर्देश दिए। वही देवाल में किराए के भवन में संचालित आईटीआई को वन पंचायत हाट में चिन्हित भूमि में हंस्तारण करने की मांग पर भी अग्रिम कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। बिजली के बिलों से जुडी शिकायतों का समाधान करते हुए प्रभारी जिलाधिकारी ने एसडीओ विद्युत को 24 दिसंबर को खेता तथा 28 दिसंबर को घेस में कैम्प लगाकर शिकायतों का निस्तारण करने के निर्देश दिए। वही सोलर लाईट की मांग पर उरेडा को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा गया। सीमांत क्षेत्र घेस में संचार सुविधा से जुड़ी शिकायतों पर प्रभारी जिलाधिकारी ने बीएसएनएल को टावर लगाने हेतु शीघ्र आवश्यक कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए। वही सवाड गांव निवासियों ने गांव में स्थापित टाॅवर को अन्यत्र शिफ्ट कराने की मांग भी रखी। बताया कि इसके रेडिऐशन से जहाॅ मधुमख्खी पालन में खासा नुकसान हो रहा है वही मवेशी व आम आदमी भी इससे प्रभावित हो रहे है। वही फराली गांव में जमीन से काला पानी आने तथा झील बनने की आंशका पर भूगर्भीय सर्वेक्षण कराने को कहा गया। सतलुज जल विद्युत परियोजना में कुछ काश्तकार

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