शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ उमा घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤² ने महिलाओं पर बोलते हà¥à¤ कहा कि सरकारों की ओर से महिलाओं के लिठकानून तो बहà¥à¤¤ बनाठगठहैं, लेकिन जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° महिलाओं को इनकी जानकारी नहीं है। हर महिला को उसके अधिकार पता हों, ये सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ होना चाहिà¤à¥¤
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र में उतà¥à¤¤à¤°à¤œà¤¨ शाखा की दूसरी बैठक सहधरà¥à¤®à¤¿à¤¯ चरà¥à¤¯ लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€ में आयोजित की गई महिला उतà¥à¤¤à¤°à¤œà¤¨ के केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ सदसà¥à¤¯ लोकेश नवानी की उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में किया गया कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ उमा घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤² दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया। शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र में उतà¥à¤¤à¤°à¤œà¤¨ शाखा दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ महिलाओं को लेकर आयोजित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठसहधरà¥à¤®à¤¿à¤¯ लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€ में लोकेश नवानी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ महिलाओं पर आधारित कविता गायन के साथ किया गया जिसमें महिलाओं के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ सोच बदलने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ पर बल दिया गया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन कर रही शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ उमा घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤² ने महिलाओं पर बोलते हà¥à¤ कहा कि सरकारों की ओर से महिलाओं के लिठकानून तो बहà¥à¤¤ बनाठगठहैं, लेकिन जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° महिलाओं को इनकी जानकारी नहीं है। हर महिला को उसके अधिकार पता हों, ये सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ होना चाहिà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ महिलाओं की शाखा का गठन करना है और उनके अधिकारों के बारे में जानकारी देना है। इस अवसर पर उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ चेतना थपड़ियाल ने महिलाओं को लेकर कहा कि महिलाओं को सशकà¥à¤¤ बनाने की दिशा में पिछले कà¥à¤› वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के दरमà¥à¤¯à¤¾à¤¨ कानूनी सà¥à¤¤à¤° पर बहà¥à¤¤ काम हà¥à¤† है, लेकिन तमाम महिलाओं को संविधान पà¥à¤°à¤¦à¤¤à¥à¤¤ अधिकारों की जानकारी नहीं है, जिससे वे उनके इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² से वंचित रह जाती हैं। महिलाओं को अपने अधिकार पता होंगे, तो वे बेहतरी के लिठउनका इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² कर सकेंगे। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में महिलाओं ने अपने विचार रखते हà¥à¤ सरकार और समाज की महिलाओं को उनके अधिकारों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जागरूक करने की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ बनती है कहा।इसके अलावा ये à¤à¥€ निकलकर आया कि महिलाओं को सबसे पहले खà¥à¤¦ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपना नजरिया बदलना होगा। महिला सशकà¥à¤¤ है, ये अहसास उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खà¥à¤¦ करना होगा। इससे महिलाओं के आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ में बढ़ोतà¥à¤¤à¤°à¥€ होगी, जो पà¥à¤°à¤—ति के लिठबेहद जरूरी है। इस दौरान महिलाओं से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ पर चरà¥à¤šà¤¾ हà¥à¤ˆà¥¤ अपनी पसंद चà¥à¤¨à¤¨à¥‡ को हो अधिकार पढ़ाई, कॅरियर, शादी सà¤à¥€ मामलों में महिलाओं को अपनी पसंद की राह चà¥à¤¨à¤¨à¥‡ का अधिकार होना चाहिà¤à¥¤ इसके अलावा ये à¤à¥€ जरूरी है कि महिलाà¤à¤‚ अपने आप को परिवार में अंतिम वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के रूप में न देखकर पà¥à¤°à¤¥à¤® वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के रूप में देखें। परिवार में महिला और पà¥à¤°à¥à¤· के लिठअलग- अलग मानक न हों, सà¤à¥€ को समान समà¤à¤¾ जाना चाहिà¤à¥¤ इसमें बड़ी à¤à¥‚मिका महिलाओं को ही निà¤à¤¾à¤¨à¥€ होगी। तà¤à¥€ सही मायने में सशकà¥à¤¤à¥€à¤•à¤°à¤£ होगा। इस अवसर पर कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में à¤à¤¾à¤— लेने वाली महिलाà¤à¤‚ व बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤•à¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ बहनों सहित, वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ गंगा असनोड़ा, संगीता फारसी, राधा मेंदोली,उपासना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ, अमीषा à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ, जयंती कà¥à¤‚वर, रशà¥à¤®à¤¿ रतूड़ी, वीना कंडारी, आशा पैनà¥à¤¯à¥‚ली, कà¥0 चेतना,कà¥0 गौरी, निकेश वरà¥à¤®à¤¾, पà¥à¤°à¤à¤¾à¤•à¤° बाबà¥à¤²à¤•à¤°, सतà¥à¤¯à¤œà¥€à¤¤ खणà¥à¤¡à¥‚ड़ी, डॉ0 सà¥à¤à¤¾à¤· पांडे आदि उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।