Latest News

हरिद्वार जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक


जिलाधिकारी ने गंगा नदी पर बने पुलों व अन्य स्थानों पर ऊंची लोहे की जाली लगाने के सम्बन्ध में भी जानकारी ली। इस पर राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों ने बताया कि चण्डीघाट पुल पर लोहे की जाली लगाने की स्वीकृति प्राप्त हो गयी है, जिसे जल्दी ही लगाया जायेगा।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार। जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कस्सावान नाले के सम्बन्ध में जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी से नियमित रूप से उस क्षेत्र का निरीक्षण किया जा रहा है कि नहीं, के बारे में जानकारी ली। जिस पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि उन्होंने कस्सावान नाले क्षेत्र का निरीक्षण किया तथा उस क्षेत्र में नाॅनवेज की कोई भी अवैध दुकान नई पाई गयी। इसके अलावा वहां से निकलने वाला अपशिष्ट कूड़ादान में ही डाला जा रहा है। जिलाधिकारी ने अधिकारियेां को कस्सावान नाले क्षेत्र में प्रत्येक सप्ताह निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने गंगा नदी पर बने पुलों व अन्य स्थानों पर ऊंची लोहे की जाली लगाने के सम्बन्ध में भी जानकारी ली। इस पर राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों ने बताया कि चण्डीघाट पुल पर लोहे की जाली लगाने की स्वीकृति प्राप्त हो गयी है, जिसे जल्दी ही लगाया जायेगा। बैठक में भगीरथ की प्रतिमा लगाने के लिये स्थान चिह्नित करने के सम्बन्ध में भी चर्चा हुई, जिस पर जिलाधिकारी ने उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग को भगीरथ की प्रतिमा लगाने के लिये दो दिन में स्थान चिह्नित करके अवगत कराने के निर्देश दिये। खण्डित मूर्तियों को गंगा में विसर्जित किये जाने के सम्बन्ध में श्री गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा ने सुझाव दिया कि इस सम्बन्ध में लोगों में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये कि वे खण्डित मूर्तियों को गंगा में न डालें। इस मौके पर खड़खड़ी, दुर्गानगर, ज्वालापुर आदि क्षेत्रों में गौशालाओं का गोबर गंगा में डाले जाने पर नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि हम चालान की कार्रवाई लगातार कर रहे हैं। इस पर जिलाधिकारी ने नगर निगम के अधिकारियों को इस सम्बन्ध में बाॅयलाॅज बनाने तथा इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुये इनसे यूजर चार्ज लेने के भी निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने बैठक में नगर निगम को निराश्रित आदि पशुओं के लिये काजी हाउस बनाने हेतु स्थान चिह्नित करने के भी निर्देश दिये। बैठक में सिंचाई विभाग द्वारा एस0टी0पी0 जगजीतपुर से ट्रीटेड सीवेज सिंचाई में उपयोग हेतु निर्मित कैनाल क्षतिग्रस्त होने के कारण कैनाल का पानी किसानों की फसलों को क्षति पहुंचा रहा है, के सम्बन्ध में भी विस्तार से चर्चा हुई, जिस पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि क्षतिग्रस्त कैनाल की मरम्मत के लिये टेण्डर 16 अक्टूबर तक कर दिया जायेगा। इस अवसर पर अध्यक्ष श्री गंगा सभा प्रदीप झा, डी0एफ0ओ0 नीरज कुमार, सहायक नगर आयुक्त तनवीर सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, डाॅ0 योगेश भारद्वाज, परियोजना प्रबन्धक निर्माण एवं अनुरक्षण (गंगा) पेयजल निगम आर0के0 जैन, ब्रिज इंजीनियर भा0रा0रा0प्रा0 नजीबाबाद एम0के0 श्रीवास्तव, शिखर पालीवाल, सहायक अभियन्ता सिंचाई विभाग विनय गोयल, सहायक अभियन्ता पूर्वी गंगा नहर निर्माण खण्ड हरिद्वार, सहायक अभियन्ता जल संस्थान (गंगा) हरिद्वार राकेश कुमार, एई सिंचाई खण्ड हरिद्वार राजीव सोनी, अभिहित अधिकारी एफडीए आर0एस0 पाल, उ0प्र0 सिंचाई विभाग सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

Related Post