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पौड़ी में बैंकर्स एवं संबंधित अधिकारियों को लम्बित आवेदनों को जल्द निपटाने के निर्देश दिए


आज नगर पालिका सभागार, पौड़ी में जिला स्तरीय समन्वय समिति/पुनरीक्षण समिति एवं डीएलआरएसी/आरसेटी की बैठक लेते हुए बैंकर्स एवं संबंधित अधिकारियों को लम्बित आवेदनों को जल्द निपटाने के निर्देश दिए।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

पौड़ी/दिनांक 13 दिसम्बर, 2019,जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने आज नगर पालिका सभागार, पौड़ी में जिला स्तरीय समन्वय समिति/पुनरीक्षण समिति एवं डीएलआरएसी/आरसेटी की बैठक लेते हुए बैंकर्स एवं संबंधित अधिकारियों को लम्बित आवेदनों को जल्द निपटाने के निर्देश दिए। बैंकर्स की आॅवर आॅल कार्य प्रगति पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने मेला ऋण रोस्टर के अनुरूप कार्य कर अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने कहा। इस दौरान उन्होंने नाबार्ड की ओर से जिले के लिए वर्ष 2020-21 के लिए बनाई गई संभाव्यक्ता युक्त ऋण योजना (पीएलवी) का भी विमोचन किया। जिलाधिकारी ने डीएलआरएसी की बैठक में उपस्थित सभी बैंकर्स एवं अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि क्षेत्र में आयोजित होने वाले शिविरों में आपसी समन्वय स्थापित करते हुए संयुक्त रूप से प्रतिभाग करेंगे। उन्होंने लोगों को योजनाओं के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने तथा संबंधित स्कीमों से लाभान्वित करने को कहा। उन्होंने किसान के्रडिट कार्ड (केसीसी) एवं के्रडिट कार्ड लि.(सीसीएल) के अन्तर्गत प्राप्त आवेदनों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने को कहा। जिससे हेतु उन्होंने एपीडी को सीसीएल वाली सूची बैंकर्स को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। साथ ही मुख्य कृषि अधिकारी को निर्देशित किया कि केसीसी के तहत काश्तकारों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने हेतु ब्लाॅक स्तर तक के कार्मिकों को सक्रियता से कार्य करायेंगे। उन्होंने बैंकों की कार्य प्रगति की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए कर्म प्रगति वाले बैंकर्स को आवंटित लक्ष्य को तेजी पूर्ण कराने हेतु एलडीएम को निर्देशित किया। पीएमईजीपी के तहत बैंकों में लम्बित आवेदनों को त्वरित रूप से निस्तारण करने हेतु बैंकर्स एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने एपीडी को निर्देशित किया कि मेला ऋण रोस्टर के तहत लोगों को अधिक से अधिक जानकारी देते हुए योजनाओं से लाभान्वित करेंगे, जिस हेतु उन्होंने स्कीम की जानकारी हेतु बैंकर्स के साथ समन्वय कर वृहद् प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये। उन्हांेने बैंकर्स को पशुपालन एवं मत्स्य पालन के क्षेत्र में भी बेहत्तर कार्य करने को कहा, जिससे लोगों को अपनी आजीविका संवर्द्धन के लिए अच्छी आमदनी प्राप्त हो सके। जिलाधिकारी ने डीएलआरएसी की समीक्षा के दौरान कार्य प्रगति की जानकारी लेते हुए आरसेटी के तहत बेहत्तर प्रशिक्षण देने हेतु संबंधित अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक ने बताया कि जनपद के लिए वर्ष 2020-21 के लिए रूपये 809.06 करोड़ की ऋण योजना बनाई गई है, इसमें रूपये 109.69 करोड़ रूपये का प्रावधान फसली ऋण एवं रूपये 136.77 करोड़ का प्रावधान कृषि संबंधी अन्य गतिविधियों के लिए किया गया है। इसके अतिरिक्त लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योगों के लिए रूपये 253.27 करोड़, अन्य प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के लिए रूपये 309.33 करोड़ का प्रावधान किया गया है। एलडीएम नन्द किशोर ने बताया कि ऋण योजना के अनुसार वर्ष 2020-21 के लक्ष्य मार्च से पहले सभी बैंक को दे दिए जाएंगे। उन्होंने इस तिमाही में विभिन्न बैंकों द्वारा की गई प्रगति भी जानकारी दी। बैठक में जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, एपीडी सुनील कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी देवेन्द्र सिंह राणा, मुख्य प्रबन्धक ऋण संजय वागला, निदेशक आरसेटी संदीप सिंह, आरएम यूजीवी बैंक के.जी सिंह बिष्ट, डीडीएम नाबार्ड भूपेन्द्र सिंह, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र आर.पी.उनियाल, सेवायोजन अधिकारी मुकेश प्रसाद रयाल, शाखा प्रबन्धक जितेन्द्र सिंह सहित संबंधित बैंकर्स/अधिकारी उपस्थित थे।

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