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चेतना दिवस के रूप में मना युवा उत्प्ररेक डॉ पण्ड्या का जन्मदिन


अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख व देवसंस्कृति विवि के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या का ७२वाँ जन्मदिन सादगी के साथ मनाया गया। संस्था की अधिष्ठात्री शैल दीदी सहित शांतिकुंज के अंतेवासी, देसंविवि, गायत्री विद्यापीठ परिवार एवं विभिन्न प्रशिक्षण सत्रों में गायत्री तीर्थ आये साधकों ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वस्थ जीवन की मंगलकामना की।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार ३ नवंबर। अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख व देवसंस्कृति विवि के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या का ७२वाँ जन्मदिन सादगी के साथ मनाया गया। संस्था की अधिष्ठात्री शैल दीदी सहित शांतिकुंज के अंतेवासी, देसंविवि, गायत्री विद्यापीठ परिवार एवं विभिन्न प्रशिक्षण सत्रों में गायत्री तीर्थ आये साधकों ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वस्थ जीवन की मंगलकामना की। विद्यापीठ के नन्हें-मुन्ने बच्चों सहित विवि के युवाओं ने भी गुलदस्ता भेंटकर आशीष लिया। एमडी (मेडीसिन) में स्वर्ण पदक प्राप्त युवा उत्प्रेरक डॉ. पण्ड्या ने अपने प्रारंभिक जीवन के २५ वर्ष शिक्षण कार्य में बिताने के बाद शेष जीवन अपने गुरु को कठपुतली की तरह सौंप दिया और वे उनके निर्देशों के पालन में सम्पूर्ण जीवन लगा दिया। देश-विदेश में युवाओं का मार्गदर्शन, भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार, देसंविवि के संचालन, साहित्य लेखन-संपादन, विज्ञान और अध्यात्म का समन्वय में शोध कार्य जैसे अनेक विशिष्ट कार्यों में उन्होंने अपना जीवन होम दिया है। सादा जीवन उच्च विचार को अपने व्यावहारिक जीवन में उतारने वाले डॉ. पण्ड्या का जीवन राष्ट्र व भारतीय संस्कृति के लिए समर्पित है। इस अवसर पर श्रद्धेय डॉ पण्ड्या ने परिजनों एवं विद्यार्थियों को समय प्रबंधन के साथ एक-एक पौधा रोपने सलाह दी।

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