88वे अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤‚द हॉकी टूरà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥‡à¤‚ट के अवसर पर उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत ने कहा कि गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² का गौरवशाली इतिहास रहा है। यह विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के संरकà¥à¤·à¤£ के लिठअदà¥à¤à¥à¤¤ कारà¥à¤¯ किया है इस संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ ने हजारों महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को आजादी के लिठतैयार किया है, देश ही नही दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में वेद, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤, पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ और खेल के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° मे इस संसà¥à¤¥à¤¾ का उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय योगदान रहा है।
रिपोर्ट - ऑल नà¥à¤¯à¥‚ज़ à¤à¤¾à¤°à¤¤
गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² कांगड़ी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के 88वे अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤‚द हॉकी टूरà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥‡à¤‚ट के अवसर पर उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत ने कहा कि गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² का गौरवशाली इतिहास रहा है। यह विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के संरकà¥à¤·à¤£ के लिठअदà¥à¤à¥à¤¤ कारà¥à¤¯ किया है इस संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ ने हजारों महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को आजादी के लिठतैयार किया है, देश ही नही दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में वेद, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤, पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ और खेल के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° मे इस संसà¥à¤¥à¤¾ का उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय योगदान रहा है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ नें देश की आजादी की अलख सबसे पहले जगाई थी । अंगà¥à¤°à¥‡à¥›à¥‹ के खिलाफ कà¥à¤°à¤¾à¤‚तिकारी आंदोलन मे आरà¥à¤¯ समाज के लोगों के योगदान को à¤à¥‚ला नही जा सकता। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ यà¥à¤µà¤¾ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करते हà¥à¤ कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ का उजà¥à¤œà¥à¤µà¤² à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ अब आपके हाथों मे हैं। देश करवट बदल रहा है और देश मे à¤à¤• सकारातà¥à¤®à¤• कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ का दौर चल रहा है। देश मे बदलाव का कोई à¤à¥€ कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं की à¤à¤¾à¤—ीदारी के बिना समà¥à¤à¤µ नही है। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° रावत ने कहा कि छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को सकारातà¥à¤®à¤• राजनीति मे अवशà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤— लेना चाहिठतà¤à¥€ राजनीति में अचà¥à¤›à¥‡ लोग आà¤à¤‚गे। कà¥à¤²à¤¾à¤§à¤¿à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ. सतà¥à¤¯ पाल सिंह ने कहा कि गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² काà¤à¤—ड़ी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¤• à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• संसà¥à¤¥à¤¾ हैं। यह किसी à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤ का पहला विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ है। गांधी जी पहली बार महातà¥à¤®à¤¾ का समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिया गया था। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ ही नही समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ विशà¥à¤µ में गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² काà¤à¤—ड़ी वैदिक शिकà¥à¤·à¤¾ का बहà¥à¤¤ बड़ा केंदà¥à¤° रहा है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा को पà¥à¤¨: सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने की अपनी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हà¥à¤ कहा कि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ और शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ को मिलकर काम करना चाहिठ। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा कि किसी की à¤à¥€ अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¹à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ को किसी à¤à¥€ कीमत पर बरà¥à¤¦à¤¾à¤¶à¥à¤¤ नही किया जाà¤à¤—ा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² का à¤à¤• वैà¤à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ इतिहास रहा है आजादी की लड़ाई में गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² की महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका रही है. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ वैदिक शिकà¥à¤·à¤¾ दरà¥à¤¶à¤¨ को समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ विशà¥à¤µ में पà¥à¤°à¤¾à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित करने के लिठहà¥à¤ˆ थी. वैदिक चिनà¥à¤¤à¤¨ की महतà¥à¤¤à¤¾ पर चरà¥à¤šà¤¾ करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि विशà¥à¤µ में शानà¥à¤¤à¤¿ केवल वेदों के माधà¥à¤¯à¤® से सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ की जा सकती है| विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‹0 रूपकिशोर शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने कहा कि गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² कांगड़ी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ महाराज जी का 93वाठबलिदान दिवस मना रहे है। इस बलिदान दिवस पर विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤¾à¤§à¤¿à¤ªà¤¤à¤¿ डा0 सतà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² सिंह के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ में विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ की ओर बॠरहा है। विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ का गोरवमयी इतिहास रहा है और इस इतिहास को पà¥à¤¨à¤ƒ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करना हमारा पà¥à¤¨à¤¿à¤¤ करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ महाराज ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ जी के किठहà¥à¤ कारà¥à¤¯à¥‹ को आगे बà¥à¤¾à¤¨à¤¾ चाहिà¤à¥¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने सबसे बड़ा काम यह किया था कि छà¥à¤†à¤›à¥‚त को दूर करने के लिठयजà¥à¤ž में वेद मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आरà¥à¤¯ बना दिया जाता था। वेद हमारे लिठसेकà¥à¤¯à¥‚लर है इसके अलावा और कà¥à¤› नहीं।