सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने कहा कि à¤à¤—वान गणेश पà¥à¤°à¤¥à¤® पूजà¥à¤¯ हैं और हमारे आराधà¥à¤¯ हैं। गणेश पूजन की दिवà¥à¤¯ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ का सà¥à¤µà¤°à¥‚प हम सà¤à¥€ के सामने है और यह केवल à¤à¤¾à¤°à¤¤ में ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ विशà¥à¤µ के अनेक देशों में है, मैने अपनी विदेश यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान देखा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ की अपार शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ है इसलिये हमें अपने परà¥à¤µ और तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤•à¥à¤¤ विधानों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मनाना होगा।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 31 अगसà¥à¤¤à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने आज शà¥à¤°à¥€ गणेश चतà¥à¤°à¥à¤¥à¥€ के पावन अवसर पर लखनऊ में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ उतà¥à¤¤à¤°à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ महंत शà¥à¤°à¥€ योगी आदितà¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ जी से à¤à¤• सातà¥à¤µà¤¿à¤• à¤à¥‡à¤‚टवारà¥à¤¤à¤¾ की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने नंदी पर विराजमान मिटà¥à¤Ÿà¥€ के गणेश की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ योगी को à¤à¥‡à¤‚ट कर देशवासियों से परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ और नदियों को पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण मà¥à¤•à¥à¤¤ करने का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ किया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने कहा कि à¤à¤—वान गणेश पà¥à¤°à¤¥à¤® पूजà¥à¤¯ हैं और हमारे आराधà¥à¤¯ हैं। गणेश पूजन की दिवà¥à¤¯ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ का सà¥à¤µà¤°à¥‚प हम सà¤à¥€ के सामने है और यह केवल à¤à¤¾à¤°à¤¤ में ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ विशà¥à¤µ के अनेक देशों में है, मैने अपनी विदेश यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान देखा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ की अपार शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ है इसलिये हमें अपने परà¥à¤µ और तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤•à¥à¤¤ विधानों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मनाना होगा। हम कोई à¤à¥€ à¤à¤¸à¥€ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ न करें जिससे हमारा परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ बिगड़ता हो, हमें उन परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देने की नितांत आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। हमें à¤à¤¸à¥€ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं को अंगीकार करना होगा जिससे हमारे मूलà¥à¤¯ à¤à¥€ बचे, मूल à¤à¥€ बचे, परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ à¤à¥€ बचे और पीà¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ à¤à¥€ बचे इसलिये गणेश जी की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ और विसरà¥à¤œà¤¨ तो करें लेकिन नये सरà¥à¤œà¤¨ के साथ करें। गणेश उतà¥à¤¸à¤µ पर डेकोरेशन नहीं बलà¥à¤•à¤¿ डिवोशन के साथ इनोवेशन करें। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में तो यह मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है कि गणेश जी की जो मूरà¥à¤¤à¤¿ व पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ है वह, यजà¥à¤ž, पूजा और उतà¥à¤¸à¤µà¥‹à¤‚ हेतॠमातà¥à¤° à¤à¤• अंगूठे के बराबर बनाने का विधान हैं। जब यह परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हà¥à¤ˆ तब पूजा में, हवन में, यजà¥à¤ž में गोबर और मिटà¥à¤Ÿà¥€ के शà¥à¤°à¥€ गणेश बनाये जाते थे और फिर पूजन के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ उस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ को तालाबों में, जलाशà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में, सरोवरों में, उनका विसरà¥à¤œà¤¨ किया जाता था। हमारे शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में शà¥à¤°à¥€ गणेश जी की मूरà¥à¤¤à¤¿ को नदी में, जल में पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ करने का विधान है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जल में गोबर और मिटà¥à¤Ÿà¥€ घà¥à¤² जाती हैं और गोबर के जो गà¥à¤£à¤•à¤¾à¤°à¥€ ततà¥à¤µ हंै, वह जाकर पानी की तलहटी में मिलते है, जिससे वे मिटà¥à¤Ÿà¥€, पानी आदि अनà¥à¤¯ चीजों को शà¥à¤¦à¥à¤§ करते हैं, उससे धरती उपजाऊ बनती है तथा परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ की रकà¥à¤·à¤¾ à¤à¥€ होती है। परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के साथ -साथ इससे गौ माता का संरकà¥à¤·à¤£ और संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ à¤à¥€ समà¥à¤à¤µ है और इस समय गौ माता और गौवंश का संरकà¥à¤·à¤£ की नितांत आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है।