आल इणà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾ सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· इंजी० मधà¥à¤¸à¥‚दन आरà¥à¤¯ ने बताया कि हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में वरिषà¥à¤ नागरिकों हेतॠजो अकेले रहते उनको लाइफ लिविंग पारà¥à¤Ÿà¤¨à¤° के लिठà¤à¤• समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ कराये जाने का पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
आल इणà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾ सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· इंजी० मधà¥à¤¸à¥‚दन आरà¥à¤¯ ने बताया कि हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में वरिषà¥à¤ नागरिकों हेतॠजो अकेले रहते उनको लाइफ लिविंग पारà¥à¤Ÿà¤¨à¤° के लिठà¤à¤• समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ कराये जाने का पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ है। यह समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ कोरोना महामारी समापà¥à¤¤ होने के बाद आयोजित किया जाà¤à¤—ा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि वरिषà¥à¤ नागरिकों के सनà¥à¤¦à¤°à¥à¤ में मेरे मन में विचार आया कि जो वरिषà¥à¤ नागरिक अकेले रहते हैं। मैं बात कर रहा हूठउनकी जो बड़े शहरों में जैसे बमà¥à¤¬à¤ˆ, मदà¥à¤°à¤¾à¤¸, हैदराबाद, अहमदाबाद, पूना इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ में रह रहे है। आज के परिवेश में जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° वरिषà¥à¤ नागरिकों के बेटे à¤à¤µà¤‚ बहॠअपनी-अपनी सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ पर निकल जाते है। तब हमारे वरिषà¥à¤ नागरिक घर में अकेले रह जाते हैं। यह तो आप à¤à¤²à¥€-à¤à¤¾à¤‚ति जानते है कि बड़े-बड़े शहरों में सामने वाले फà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ में कौन रहता है नहीं जान पाते। हमारे वरिषà¥à¤ नागरिक अपने मन-की-बात नहीं किसी से कह पाते हैं। मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¤• सामाजिक पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ है अपने मन-की-बात जब तक वह किसी दूसरे से नहीं कह पाता है, उसका मन परेशान सा रहता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ बताया कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¤•à¤¾à¤² से ही लमà¥à¤¬à¥€ आयॠकी कामना करता आया है और यह à¤à¥€ सतà¥à¤¯ है कि वह कà¤à¥€ वृदà¥à¤§ नहीं होना चाहता। वृदà¥à¤§à¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ जीवन का वह सोपान होता है, जब वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपने जीवन की सधà¥à¤¯à¤¾à¤µà¥‡à¤²à¤¾ का अनà¥à¤à¤µ करता है । इस अनà¥à¤à¤µ का सबसे पहला माधà¥à¤¯à¤® बनता है| उसका अपना शरीर इस अवसà¥à¤¥à¤¾ में मनà¥à¤·à¥à¤¯ की शारीरिक कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ में कमी आ जाती है, जिससे उसकी निरà¥à¤à¤°à¤¤à¤¾ दूसरों पर बढ जाती है । शरीर कमजोर और अशकà¥à¤¤ बन जाता है । छोटी-छोटी बीमारियां à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को बडा असहाय बना देती है । इस अवसà¥à¤¥à¤¾ में वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ रोगमà¥à¤•à¥à¤¤ रह जाà¤, à¤à¤¸à¤¾ होना लगà¤à¤— असमà¥à¤à¤µ है । यह सतà¥à¤¯ है कि उमà¥à¤° के इस पड़ाव पर वरिषà¥à¤ नागरिकों की अपनी अनेक शारीरिक वà¥à¤¯à¤¾à¤§à¤¿à¤¯à¤¾à¤ सिर उठा लेती है, परनà¥à¤¤à¥ यह उनकी वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• समसà¥à¤¯à¤¾ नहीं है । उनकी वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• समसà¥à¤¯à¤¾ मानसिक है । वह अकेलेपन के कारण होते है तथा अपने परिवार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ साथ न देने के कारण होती है| डा0 मधà¥à¤¸à¥‚दन आरà¥à¤¯ ने बताया कि मà¥à¤à¥‡ लाकडाउन में गà¥à¤°à¥à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® हरियाणा में तीन महीने रहने का मौका मिला वहां à¤à¥€ मैंने वहां के वरिषà¥à¤ नागरिक सà¤à¥€ के पदाधिकारियों से बातचीत हà¥à¤ˆ तथा उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की सराहना की| अहमदाबाद के नटà¥à¤Ÿà¥‚ à¤à¤¾à¤ˆ पटेल, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में शिवालिक नगर के सतीश अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾à¤ªà¥à¤° के राम गोपाल गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, अंकà¥à¤° गोयल, लायन à¤à¤¸0आर0 गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, बलराम सिंह चौहान, नानक चनà¥à¤¦ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², अथरà¥à¤µà¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ जी वैदà¥à¤¯, मà¥à¤œà¤«à¤°à¤¨à¤—र से अनिल कंसल, राजीव गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, मेरठमहेश गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, शानà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤µà¤°à¥‚प गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, गाजियाबाद से नानक चनà¥à¤¦ गोयल आदि ने कहा कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में जब कà¤à¥€ à¤à¥€ à¤à¤¸à¥‡ समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨à¥‹à¤‚ का आयोजन होगा उसको सफल बनाने तथा आयाम तक पहà¥à¤‚चाने के लिठसहयोग किया जाà¤à¤—ा है। डा0 मधà¥à¤¸à¥‚दन आरà¥à¤¯ ने वरिषà¥à¤ नागरिकों से आगà¥à¤°à¤¹ किया है कि समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ को सफल बनाने के लिठअपने विचार वà¥à¤¹à¤¾à¤Ÿà¤¸à¤…प (9837116374) या ईमेल madhu.bvp@gmail.com पर अवशà¥à¤¯ शेयर करें। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा मैं अपना सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ समà¤à¥‚ंगा कि अपने वरिषà¥à¤ नागरिकों के काम आ सकà¥à¤‚।