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कर्मचारियों ने कुलपति और कुलसचिव का किया सम्मान


गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय में शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों द्वारा कुलपति प्रो0 हेमलता के. और कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार का सम्मान किया। स्ववित्तपोषित शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की लम्बे समय से लंबित वित्तीय समस्याओं का निस्तारण किए जाने के अवसर पर सभी कर्मचारियों ने पुष्प माला विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों को पहनाकर आभार व्यक्त किया।

रिपोर्ट  - आल न्यूज़ भारत

गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय में शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों द्वारा कुलपति प्रो0 हेमलता के. और कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार का सम्मान किया। स्ववित्तपोषित शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की लम्बे समय से लंबित वित्तीय समस्याओं का निस्तारण किए जाने के अवसर पर सभी कर्मचारियों ने पुष्प माला विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों को पहनाकर आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो0 हेमलता के. ने कहा कि विश्वविद्यालय की आत्मा विद्यार्थी होते है। विद्यार्थी विश्वविद्यालय की आभा का सुशोभित करते हैं। विद्यार्थी ही संस्था को आगे बढ़ाने में विशेष योगदान भी करते हैं। इसलिए विश्वविद्यालय के अध्यापक विद्यार्थियों के साथ आत्मिक संबंध बनाकर उनका उत्थान करें। कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने कहा कि शिक्षक और कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण हो गया है। अध्यापक और कर्मचारी मिलकर छात्रों के उत्थान के लिए कार्य करें जिससे छात्रों के अन्दर संस्था के प्रति समर्पण भाव पैदा हो सके। प्रत्येक अध्यापक छात्रों को मनोवैज्ञानिक रूप से मजबूत बनाने के लिए आगे आएं। वित्ताधिकारी प्रो0 देवेन्द्र कुमार गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय का चौमुखी विकास करना है तो प्रत्येक शिक्षक को 10-10 छात्रों को गोद लें और उन विद्यार्थियों के अन्दर कौशल पैदा करने के लिए शिक्षण-प्रशिक्षण जैसे कार्यक्रम विभागीय स्तर पर आयोजित किए जाने चाहिए। शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो0 प्रभात कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में जितने भी कर्मचारी है वह सभी आपस में मिलकर विश्वविद्यालय में समन्वय की भावना पैदा करें। शिक्षक और कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय के विकास के लिए सदैव एकजुट होकर कार्य किया है और आज भी विश्वविद्यालय के लिए समर्पित हैं। शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष रजनीश भारद्वाज ने कहा कि शिक्षक और कर्मचारी स्वस्थ है तो विश्वविद्यालय का वातावरण भी रमणीक बन जाता है। यदि विश्वविद्यालय का कर्मचारी आर्थिक रूप से अस्वस्थ है तो वह बीमारू और कार्य करने में उदासीन हो जाता है। महामंत्री नरेन्द्र मलिक ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को कर्मचारी के हितों का ध्यान रखकर कार्य करना चाहिए। इस अवसर पर संयुक्त कुलसचिव देवेन्द्र कुमार, शत्रुघ्न झा, देवानन्द जोशी, शशिकान्त शर्मा, प्रकाश चन्द्र तिवारी, कुलदीप, शान्ता, शकुन्तला, मंजु बिष्ट, पारूल, डा0 एम0एम0 तिवारी, डा0 सुयश भारद्वाज, डा0 निशान्त, कुलभूषण शर्मा, डा0 पंकज कौशिक, हेमन्त सिंह नेगी, उमाशंकर, संजय, तरूण पाल, डा0 रोशन लाल, अरूण पाल, वीरेन्द्र पटवाल, मोहन सिंह, अर्जुन सिंह, अनिरूद्ध यादव, चरणजीत, मनोज, नमित खण्डुजा, डा0 विपिन कुमार, अश्वनी जांगड़ा, राजीव गुप्ता आदि अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन दीपक वर्मा ने किया।

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