एम्स ऋषिकेश के आपातकाल चिकित्सा विभाग के तत्वावधान में आवश्यक संसाधनों व बेड क्षमता में बढ़ोत्तरी के बाद अत्यधिक गंभीर रोगियों के लिए रेड एरिया शुरू किया गया।
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
एम्स ऋषिकेश के आपातकाल चिकित्सा विभाग के तत्वावधान में आवश्यक संसाधनों व बेड क्षमता में बढ़ोत्तरी के बाद अत्यधिक गंभीर रोगियों के लिए रेड एरिया शुरू किया गया। सोमवार को इमरजेंसी रेड एरिया का मुख्य अतिथि संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ. )मीनू सिंह, डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी एवं चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव मित्तल ने विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर कार्यकारी निदेशक ने कहा कि अस्पताल में आपात मरीजों की बढ़ते दबाव और उन्हें तत्काल व बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने को इमरजेंसी डिपार्टमेंट से जुड़े फैकल्टी सदस्य, रेजिडेंट्स एवं नर्सिंग ऑफिसर्स प्रतिबद्धता से कार्य करते हैं, जिसके लिए उनकी सराहना की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सकीय कार्य में टीम भावना नितांत आवश्यक है, जिससे हम सभी मरीजों को बेहतर इलाज दे सकते हैं। आपात चिकित्सा विभागाध्यक्ष डॉ. निधि कैले ने बताया कि मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध् कराना हमारा प्राथमिक लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि इमरजेंसी रेड एरिया में अब तक 12 बेड संचालित किए जा रहे थे, जिनका विस्तारीकरण कर अब 20 बेड कर दिया गया है। डॉ. निधि के अनुसार रेड एरिया में विस्तारीकरण के तहत जुटाई गई अन्य तकनीकि सुविधाओं के मद्देनजर यदि एक समय में 35 गंभीरतम मरीजों को आपात चिकित्सा सुविधा दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा टेली मेडिसिन सर्विसेज भी संचालित की जा रही है, जिसके माध्यम से अस्पताल में आपात चिकित्सा ले चुके मरीज जरुरत पड़ने पर स्वास्थ्य संबंधी परामर्श ले सकते हैं। इस अवसर पर उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. भारत भूषण भारद्वाज, आपातकाल चिकित्सा विभाग की सह आचार्य डॉ. पूनम अरोड़ा, जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह, चीफ नर्सिंग ऑफिसर रीटा शर्मा, एएनएस महेश कुमार, एएनएस अशु, एसएनओ रवीन विश्नोई, अक्षय कुमार, सुभाष गोदारा, विनोद नौटियाल, कृष्णा खंडूड़ी, सोमनाथ, पूजा, परविंदर आदि मौजूद थे।