केदारनाथ विधान सभा की 24 करोड़ 22 लाख, 96 हजार की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास तथा जनपद के रुद्रप्रयाग के अन्य विकास खंडों हेतु 4 करोड़, 34 लाख 67 हजार योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास।
रिपोर्ट - भानु भट्ट
रुद्रप्रयाग 04 सितंबर, 2024, केदारनाथ विधान सभा की 24 करोड़ 22 लाख, 96 हजार की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास तथा जनपद के रुद्रप्रयाग के अन्य विकास खंडों हेतु 4 करोड़, 34 लाख 67 हजार योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास जनपद के विकास कार्यों हेतु 9 योजनाओं का लोकार्पण एवं 11 योजनाओं का शिलान्यास किया गया एक दिवसीय जनपद भ्रमण पर पहुंचे प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन, सिंचाई, लघु सिंचाई, संस्कृति, ग्रामीण निर्माण, पंचायती राज एवं जलागम प्रबंधन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने आज विधानसभा क्षेत्र केदारनाथ एवं रुद्रप्रयाग के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। अगस्त्यमुनि क्रीड़ा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने केदारनाथ विधानसभा हेतु 24 करोड़ 22 लाख 96 हजार रुपए की योजनाओं के साथ ही विकास खंडों हेतु कुल 4 करोड़ 34 लाख 67 हजार की विभागीय योजनाओं का भी लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस तरह कुल 28 करोड़ करोड़, 57 लाख, तिरेसठ हजार की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया। जिसमें 9 योजनाओं का लोकार्पण एवं 11 योजनाओं का शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेश की उन्नति एवं प्रगति की दिशा में निरंतर प्रयासरत है तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में प्रदेश प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर हो रहा है। उन्होंने कहा कि 31 जुलाई को केदारनाथ यात्रा मार्ग में जो आपदा आई है उसमें प्रदेश सरकार व स्थानीय प्रशासन ने कड़ी मशक्कत के साथ त्वरित राहत एवं बचाव कार्य करते हुए 15 हजार यात्रियों व स्थानीय लोगों का कुशल रेस्क्यू किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार केदारनाथ आपदा प्रभावित हुए लोगों को हरसंभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए यात्रा प्राधिकरण का गठन किया जाएगा जिसमें चारधाम यात्रा, नंदा राजजात यात्रा, कांवड़ यात्रा बेहतर ढंग से संचालित किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को शीतकालीन में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रयासरत है जिसमें केदारनाथ की शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर, ऊखीमठ बदरीनाथ की शीतकालीन गद्दी स्थल पांडुकेश्वर, जोशीमठ, यमुनोत्री का खरसाली तथा गंगोत्री का शीतकालीन स्थल मुखवा में श्रद्धालु दर्शन करें। इस दिशा में भी कार्य किया जा रहा है ताकि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे एवं उनकी आर्थिकी भी मजबूत होगी।