अभियान के तहत किशोरियों, गर्भवती महिलाओं, गैर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का डिजिटल हिमोग्लोबिन जांच/स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को तीन साल के अन्दर जनपद को अनीमिया मुक्त करने का लक्ष्य दिया गया है।
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
टिहरी/दिनांक 05 सितम्बर, 2024, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के दिशा-निर्देशन में जनपद को अनीमिया मुक्त करने हेतु स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 10 मई, 2024 से गांव-गांव एवं स्कूलों में जाकर टी-4 (टेस्ट, ट्रीट, टॉक एंड ट्रैक) विशेष अभियान चलाया। अभियान के तहत किशोरियों, गर्भवती महिलाओं, गैर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का डिजिटल हिमोग्लोबिन जांच/स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को तीन साल के अन्दर जनपद को अनीमिया मुक्त करने का लक्ष्य दिया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्याम विजय ने बताया कि अनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद में हिमोग्लोबिन जांच हेतु लक्ष्य निर्धारित कर 10 मई से 16 अगस्त, 2024 तक टी-4 विशेष अभियान चलाया गया। स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में संचालित तथा शिक्षा एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से 180 सीएचओ, 249 एएनएम तथा आरबीएसके की 13 टीमें ने गांव गांव जाकर किशोरियों, गर्भवती महिलाओं, गैर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के हिमोग्लोबिन की डिजिटल स्क्रीनिंग/परीक्षण कर उपचार किया गया। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के तहत निर्धारित लक्ष्य 01 लाख 38 हजार 129 किशोरियों, गर्भवती महिलाओं, गैर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के हिमोग्लोबिन परीक्षण किए गए। इसमें 38 हजार 673 हल्का एनीमिया, 27 हजार 238 मध्यम एनीमिया के तथा 500 गंभीर एनीमिया के पीड़ित पाए गए। उन्होंने बताया कि 500 गंभीर अनीमिया पीड़ितों में से 319 पीड़ित स्वास्थ्य उपचार के बाद मध्यम स्थिति में आ चुके हैं। डॉक्टर पीड़ितों के लगातार संपर्क में हैं, उन्हें पोषण आहार एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देने के साथ ही आयरन और फॉलिक एसिड (आईएफए) टैबलेट दिए जा रहे हैं। गंभीर एनीमिया के पीड़ितों का हर 15 दिन में तथा अन्य का माह दो माह में नियमित पुनः परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी महोदय के मार्गदर्शन में कार्यक्रम आगे भी निरन्तर चलता रहेगा।