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अभी भी नहीं जागे तो हिमालय से निकलने वाली नदियां दूषित हो जाएंगीं:प0पुलकित


हिमालय क्षेत्र में 1 दर्जन से अधिक शराब कारखाने गंगा घाटी के साथ-साथ पवित्र नदियों के उद्गम स्थल हों अथवा नदियों के मुहाने पर स्थापित के जाने के चलते हिमालय से निकलने वाली पवित्र नदियां दूषित हो जाएंगीं।

रिपोर्ट  - 

देवभूमि सिविल सोसाइटी उत्तराखंड हिमालय द्वारा आज 27 में दिन मां गंगा को बचाने के लिए शराब कारखानों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में दिल्ली से आए पंडित पुलकित शर्मा ने आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि हिमालय क्षेत्र को प्रदूषित करने के उद्देश्य से हिमालय की वन संपदा को भी नष्ट करने और हिमालय से निकलने वाली पवित्र नदियों को दूषित करने की माफिया सोच के कारण जिस प्रकार से हिमालय क्षेत्र में 1 दर्जन से अधिक शराब कारखाने गंगा घाटी के साथ-साथ पवित्र नदियों के उद्गम स्थल से नदियों के मुहाने पर स्थापित के जाने के चलते हिमालय से निकलने वाली पवित्र नदियां दूषित हो जाएंगीं। इस अवसर पर आंदोलन को समर्थन दे रहे अधीर कौशिक ने कहा कि हिमालय के जंगलों का दोहन हो जाएगा हिमालय के वन्य जीव जंतुओं के जीवन पर खतरा मंडरा जाऐगा और पवित्र नदियां दूषित हो जाएंगीं पूरा का पूरा हिमालय क्षेत्र प्रदूषित हो जाएगा व सामाजिक कार्यकर्ता जेपी बड़ौनी न कह कि राज्य सरकार द्वारा आज केवल माफिया सोच के कारण हिमालय को तबाह और बर्बाद करने पर तुली है जिसमें स्थानीय जनमानस के साथ गोचर वन विभाग की भूमि पर पर्यावरण आकलन के शराब कारखाने स्थापित किए जा रहे हैं आज पीने का पानी कम हो चुका है भूजल का प्रचूर दोहन के कारण भूजल में कमी आई है प्राकृतिक जल स्रोत हिमालय क्षेत्र के हैं उसे राज्य सरकार माफियाओं को अधिकार देकर के एक संघर्ष तैयार करा रहे हैं निश्चित रूप से जब जन संघर्ष हिमालय बचाने के लिए खड़ा हो तब जो लोग हिमालय के संघर्ष में नहीं जुड़ेंगे उन्हें फिर माफियाओं के साथ संघर्ष करना पड़ेगा आज हिमालय और हिमालय से निकलने वाली पवित्र नदियों हिमालय के परिवेश को बचाने की जो लड़ाई है उसमें आप सभी लोग प्रतिभाग करेंगें ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वस्थ पर्यावरण मुहैया करा सकें । साथियों भली-भांति विदित होगा कि पर्यावरण संरक्षण एवं उसके संवर्धन का ज्ञान पूरे विश्व को चिपको आंदोलन से प्राप्त हुआ आज भारत के प्रधानमंत्री को अमेरिका में ग्लोबल गोलकीपर्स अवार्ड मिला है ऐसी स्थिति में उन्हीं की पार्टी की राज्य सरकार जिसमें माफियाओं के सरगना, झापू ,सुलफेया, के द्वारा हिमालय क्षेत्र में 1 दर्जन से अधिक शराब कारखानों की अनुमति प्रदान कर दी गई है जिससे हिमालय और हिमालय का परिवेश बिगड़ जाएगा जिसके लिए देवभूमि सिविल सोसाइटी उत्तराखंड हिमालय द्वारा कुंभ नगरी हरिद्वार में हिमालय और हिमालय को बचाने के लिए क्रमिक अनशन संचालित है जिसमें लगातार संत महंतों सामाजिक संगठनों क्षेत्रीय दलों के द्वारा स्थानीय जनमानस के साथ हिमालय और हिमालय को बचाने के लिए समर्थन दिया जा रहा है पवित्र नदियों और गंगा नदी को बचाने के लिए समर्थन दिया जा रहा है और यह भी प्रकाश में आया है कि इस संचालित आंदोलन में वह संगठन जो गंगा के नाम पर तीर श्रद्धालुओं से ठगी करते हैं उन्हें लूटते हैं उनसे धन एंड से हैं और गंगा के नाम पर बरसों बरसों से ठगी करके जो आज धनकुबेर बने बैठे हैं वह लोग इस लड़ाई से पूर्ण रूप से गायब हैं क्योंकि गंदा को बचाने की वास्तविक रूप से इनकी कोई जिम्मेदारी इन्हें महसूस नहीं होती क्योंकि इनके पूर्वजों द्वारा भी इन्हें शायद गंगा और गंगा की महत्ता के बारे में नहीं सिखाया गया होगा साथियों आप सभी लोगों के हम ऋणी हैं जो इस आंदोलन को संचालित कर रहे हैं हमारी लड़ाई केवल हिमालय को बचाने की है हिमालय से निकलने वाले गार्ड गधे को बचाने की है और गंगा नदी को बचाने की है यह हमारी आस्था और मोक्ष दायिनी की पवित्रता का विषय है।

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