रामलीलाओं की सिरमौर बनी बड़ी रामलीला की आयोजक शà¥à¤°à¥€ रामलीला कमेटी रजिसà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¡ ने आज अशोक वाटिका, हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ रावण संवाद à¤à¤µà¤‚ लंका दहन की लीला का मंचन कर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नारी के चरितà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¨ होने की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ दी ।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° पंचपà¥à¤°à¥€ की रामलीलाओं की सिरमौर बनी बड़ी रामलीला की आयोजक शà¥à¤°à¥€ रामलीला कमेटी रजिसà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¡ ने आज अशोक वाटिका, हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ रावण संवाद à¤à¤µà¤‚ लंका दहन की लीला का मंचन कर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नारी के चरितà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¨ होने की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ दी । रामलीला के रंगमंच से दरà¥à¤¶à¤¾à¤¯à¤¾ गया कि मातृशकà¥à¤¤à¤¿ की इचà¥à¤›à¤¾ के विरà¥à¤¦à¥à¤§ रावण जैसा शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ और अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥€ à¤à¥€ सीताजी के शरीर को सà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶ नहीं कर सका ।लंका दहन से रामलीला कमेटी ने यह à¤à¥€ दरà¥à¤¶à¤¾à¤¯à¤¾ कि अहंकारी रावण ने जब हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ का पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ ठà¥à¤•à¤°à¤¾à¤¯à¤¾ तो उसकी सोने सी लंका आग के हवाले हो गई। शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤®à¤²à¥€à¤²à¤¾ कमेटी के महामंतà¥à¤°à¥€ महाराज कृषà¥à¤£ सेठ,मà¥à¤–à¥à¤¯ दिगà¥à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤• à¤à¤—वत शरà¥à¤®à¤¾ मà¥à¤¨à¥à¤¨à¤¾ à¤à¤µà¤‚ वरिषà¥à¤ उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤¨à¥€à¤² à¤à¤¸à¥€à¤¨ के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ में दरà¥à¤¶à¤¾à¤¯à¤¾ गया कि रावण à¤à¤—वान राम के हाथों अपनी मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ चाहता था इसीलिठउसने कोई समà¤à¥Œà¤¤à¤¾ नहीं किया और अपनी शरण में रखने के बाद à¤à¥€ सीता से जब à¤à¥€ मिलने जाता मंदोदरी उसके साथ होती थी ,यह उसका चरितà¥à¤° था। अशोक वाटिका में हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी ने सीता से मिलकर शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® का संदेश दिया ,अकà¥à¤·à¤¯ कà¥à¤®à¤¾à¤° को मारा ,मेघनाथ को मूरà¥à¤›à¤¿à¤¤ किया, लेकिन बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤«à¤¾à¤‚स का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ कर रावण के दरबार में पहà¥à¤‚चे । रामलीला का दरà¥à¤¶à¤¨ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿à¤¤ à¤à¤µà¤‚ चरितà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¨ बनने की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ देता है ।रामलीला देखने पहà¥à¤‚चे निगम पारà¥à¤·à¤¦ अनिरà¥à¤¦à¥à¤§ à¤à¤¾à¤Ÿà¥€ à¤à¤µà¤‚ विनीत जोली ने बड़ी रामलीला को हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° का आदरà¥à¤¶ बताते हà¥à¤ कहा कि पंचपà¥à¤°à¥€ की अनà¥à¤¯ लीलाà¤à¤‚ à¤à¥€ इसी रामलीला का अनà¥à¤¸à¤°à¤£ कर रही हैं । रामलीला को समाज के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¦à¤¾à¤¯à¥€ बनाने में जिनके अथक पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ का योगदान है उनमें पà¥à¤°à¤®à¥à¤– हैं शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤®à¤²à¥€à¤²à¤¾ कमेटी के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· वीरेंदà¥à¤° चडà¥à¤¢à¤¾, संपतà¥à¤¤à¤¿ कमेटी के मंतà¥à¤°à¥€ रविकांत अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², रामलीला कमेटी के मंतà¥à¤°à¥€ डॉ संदीप कपूर, पà¥à¤°à¥‡à¤¸ पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ विनय सिंघल, कोषाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· रविंदà¥à¤° अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², रमन शरà¥à¤®à¤¾ ,अनिल सखूजा, राहà¥à¤² वशिषà¥à¤ ,ऋषठमलà¥à¤¹à¥‹à¤¤à¥à¤°à¤¾, मनोज बेदी, पवन शरà¥à¤®à¤¾ ,वीरेंदà¥à¤° गोसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ,संगीत दिगà¥à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤• विनोद नयन ,दरà¥à¤ªà¤£ चडà¥à¤¢à¤¾ तथा मयंक मूरà¥à¤¤à¤¿ à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ सहित संपूरà¥à¤£ कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¤£à¥€ रात दिन à¤à¤• कर मंचन की सफलता में ततà¥à¤ªà¤° है ।गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को कà¥à¤‚à¤à¤•à¤°à¤£ मेघनाथ वध सà¥à¤²à¥‹à¤šà¤¨à¤¾ विलाप तथा रावण वध की लीला का मंचन किया जाà¤à¤—ा। मंच संचालन विनय सिंघल तथा संदीप कपूर ने संयà¥à¤•à¥à¤¤ रूप से किया।