कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ का खेल और उसका रोमांच à¤à¤²à¥‡ ही लोगो के सिर चढकर बोल रहा हो अथवा शारीरिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के लिठहर आउटडोर खेल की तरह कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ को à¤à¥€ उतना कारगर खेल माना जाता हो, लेकिन मनोवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ से कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ का खेल मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ पर विपरीत पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ डाल रहा है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°-21 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर, 2021 इन दिनों कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ का खेल और उसका रोमांच à¤à¤²à¥‡ ही लोगो के सिर चढकर बोल रहा हो अथवा शारीरिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के लिठहर आउटडोर खेल की तरह कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ को à¤à¥€ उतना कारगर खेल माना जाता हो, लेकिन मनोवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ से कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ का खेल मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ पर विपरीत पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ डाल रहा है। आज के समय के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ मे खà¥à¤¦ को साबित करने के लिठइतना जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤° है कि खेल मानसिक हेलà¥à¤¥ को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करने लगा है। इस समà¥à¤¬à¤‚ध मे नà¥à¤¯à¥‚जीलैंड की महिला कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ टीम की पूरà¥à¤µ कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨ तथा टीम की अहम खिलाडी सूजी बेटस अपने अनà¥à¤à¤µ के माधà¥à¤¯à¤® से इस बात को सही मानती है। सूजी बेटस अपने देश और कà¥à¤²à¤¬ के लिठसाल के 9 महीने कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ मे वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ रहती है। वह अपने परिवार, दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ से नियमित नही मिल पाती और न ही अपनी रोजमरà¥à¤°à¤¾ की जिंदगी जी पाती। इससे उनà¥à¤¹à¥‡ महसूूस होता है कि यह खेल मानसिक दबाव का कारण बनता जा रहा है। खेल मनोवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• डॉ0 शिवकà¥à¤®à¤¾à¤° चौहान का कहना है कि कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ मे मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ बडा मà¥à¤¦à¤¦à¤¾ नही था। आपके पास अपनी वरà¥à¤• लाइफ जैसे यूनिवरà¥à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥€ मे पढाई कर सकते है और बाद मे आपको तीन-चार सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ का टूर करना होता था। जिसके बाद आप फिर से अपनी रोजमरà¥à¤°à¤¾ की लाइफ मे लौट आते है। लेकिन अब à¤à¤¸à¤¾ नही है। अब आपका जीवन सिरà¥à¤« कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ से ही जà¥à¤¡à¤¾ है तो बाकि चीजों से दूर होता चला जा रहा है। अब आप कोई टीम टूर करके वापस à¤à¥€ लौटते है, तो à¤à¥€ आप अपने काम या पढाई में नही लौट पाते। आज कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ खिलाडी टूर से लौटते है तो उनà¥à¤¹à¥‡ फिर आगे की सीरीज के लिठटेªनिंग मे वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ होना पडता है। इसलिठअति वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤à¤¤à¤¾ के कारण मेंटल सà¥à¤Ÿà¥‡Âªà¤¸ खिलाडियों के जीवन का हिसà¥à¤¸à¤¾ बन गया है। जिसमे खिलाडी अपना डेली शेडयूल खेल के हिसाब से तय करते