Latest News

एक सरकारी ऑफिसर जो लाइफ कोच भी


हरिद्वार आरटीओ ऑफिस का नजारा कुछ अलग ही है क्योंकि वहां के साहेब काम के साथ-साथ जीवन जीने की कला लगभग हर व्यक्ति को देते नजर आते हैं जो भी उनके संपर्क में आता है|

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हर परिवार में कोई ना कोई तो वाहन चलाता ही है और वाहन चलाने के लिए लाइसेंस आदि कागज पूरे होना भी बहुत जरूरी है. जीवन में कई बार आरटीओ ऑफिस के चक्कर लगाने ही पड़ते हैं, कभी लाइसेंस बनवाना है तो कभी रिन्यू करवाना है. हरिद्वार आरटीओ ऑफिस का नजारा कुछ अलग ही है क्योंकि वहां के साहेब काम के साथ-साथ जीवन जीने की कला लगभग हर व्यक्ति को देते नजर आते हैं जो भी उनके संपर्क में आता है. अपनी टीम में और अपने से छोटे काम करने वालों को सहज ही परिवार का हाल-चल पूछते नजर आते हैं .यहां तक कि बड़े-बड़े कार के शोरूम वाले भी जब आते हैं उनको भी संयमित होने की नसीहत देते हुए जिंदगी का आनंद उठाने के लिए कहते हैं . पोर्श कार वाला भले ही नाराज हो जाए किंतु वह महिला जिसका बैग कोई चुरा ले गया और वापस जाने के लिए पैसे नहीं है उसके लिए सब काम छोड़कर रोडवेज में फोन करते हैं पता करते हैं और उस को घर भेज पाते हैं टिकट दिला कर किसी से कहते नजर आते हैं अरे घर में पेंट करा दिया मकान बदल लिया गाड़ी बदल ले यह काम तो चलते रहेंगे बस खुद को आनंद में जीने की आदत डाल लो .उतना ही करना जितना बहुत जरूरी है नहीं तो आखरी सांस तक इकट्ठा करते रह जाओगे और उसका आनंद नहीं ले पाओगे खुद की फिटनेस के लिए समय जरूर देना और बहुत ज्यादा अच्छा दिखने और चीजें बदलने में समय मत गवाना. त्योहार पर सब को तो छुट्टी नहीं दी जा सकती काम तो पूरा करना है पर दो बोल प्यार के उस बोझिल काम को भी आसान कर देते हैं काश सब सरकारी अफसर इन जैसे होते.

Related Post