विषà¥à¤£à¥ घाट के पà¥à¤² पर 40 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से लगातार शंकर पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ सिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ को बेच रहे हैं । शौक à¤à¤• बड़ी चीज होती है। बेशकीमती चीजों को कलेकà¥à¤Ÿ करना à¤à¥€ à¤à¤• तरह का फितूर ही है। इसी तरह दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤à¤° में बहà¥à¤¤ सारे लोग हैं। जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ सिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ को कलेकà¥à¤Ÿ करने का बहà¥à¤¤ शौक होता है।
रिपोर्ट - रामेशà¥à¤µà¤° गौड़
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° विषà¥à¤£à¥ घाट के पà¥à¤² पर 40 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से लगातार शंकर पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ सिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ को बेच रहे हैं । शौक à¤à¤• बड़ी चीज होती है। बेशकीमती चीजों को कलेकà¥à¤Ÿ करना à¤à¥€ à¤à¤• तरह का फितूर ही है। इसी तरह दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤à¤° में बहà¥à¤¤ सारे लोग हैं। जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ सिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ को कलेकà¥à¤Ÿ करने का बहà¥à¤¤ शौक होता है। à¤à¤¸à¥‡ लोगों के पास बेहद पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ और दà¥à¤°à¥à¤²à¤ सिकà¥à¤•à¥‡ होते हैं। à¤à¤¸à¥‡ शौकीन लोग अपने में तरह-तरह के सिकà¥à¤•à¥‡ सहेजे रखते हैं। हो सकता है कि आपके घर में à¤à¥€ कोई बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ सिकà¥à¤•à¤¾ पड़ा हो। शंकर का कहना है कि यह पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ सिकà¥à¤•à¥‡ शौकीन लोग खरीदते हैं मà¥à¤—ल और बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤¶ काल के सिकà¥à¤•à¥‡ à¤à¥€ हैं जिनकी कीमत हजारों रà¥à¤ªà¤ में हैं। वैसे तो उनकी कीमत जीरो की बराबर है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ करंसी अब के समय के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलती नहीं है। लेकिन जो शौकीन लोग आते हैं वह लोग पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ करेंसी को ही खरीदते हैं। जब लोग विषà¥à¤£à¥ घाट के पà¥à¤² से गà¥à¤œà¤°à¤¤à¥‡ हैं तो इन पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ सिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ पर लोगों की निगाह अवशà¥à¤¯ पड़ती है और देखने के लिठà¤à¥€à¤¡à¤¼ लग जाति है । मà¥à¤—ल à¤à¤µà¤‚ बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤¶ काल की करेंसी जो तांबे व पीतल से बनी हैं। लेकिन शंकर का कहना है कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सोने की दमड़ी को à¤à¥€ बेचा है जिसकी कीमत दो लाख रà¥à¤ªà¤ की थी उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने शौकीन आदमी को बेचा था व चांदी के सिकà¥à¤•à¥‡ à¤à¥€ बेचे हैं । लेकिन इस समय इनके पास तांबा पीतल के पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ सिकà¥à¤•à¥‡ हैं जो 40 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से लगातार विषà¥à¤£à¥ घाट पर बेचते हैं शंकर ने बताया कि दिलà¥à¤²à¥€, कोलकाता, मà¥à¤‚बई में पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ सिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ नोटों की पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ लगाई जाती है जिनमें उनकी कीमत लाखों से करोड़ों रूपठहोती है। देखने में यह पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ सिकà¥à¤•à¥‡ साधारण से ही दिखते हैं जिन पर काही लगी होती है लेकिन यह बहà¥à¤¤ ही बेशकीमती होते हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हर कोई इसको देखने के लिठलालायित रहता है जिसकी वजह से इन सिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ की कीमत काफी महंगी मानी जाती है।