पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ व गà¥à¤°à¥à¤“ं से जो पाया, वही आपको दे रहे हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ कहा कि संसार के तमाम पà¥à¤°à¤²à¥‹à¤à¤¨à¥‹à¤‚ और आकरà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ में आपको विचलित नहीं होना है। आज संसार छोटे-छोटे वà¥à¤¯à¤¸à¤¨à¥‹à¤‚, मांसाहार, वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°, दà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤° व तमाम तरह के अमानवीय कृतà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में फंसा जा रहा है।
रिपोर्ट - आल नà¥à¤¯à¥‚ज à¤à¤¾à¤°à¤¤
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 12 दिसमà¥à¤¬à¤°à¥¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामदेव महाराज के दिशानिरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ में पतंजलि गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¤®à¥ के छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं का उपनयन à¤à¤µà¤‚ वेदारंठसंसà¥à¤•à¤¾à¤° पतंजलि योगपीठ-।। सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ योगà¤à¤µà¤¨ सà¤à¤¾à¤—ार में समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ इसके साथ ही संकलà¥à¤ª पाठà¤à¥€ कराया गया। इस अवसर पर पूजà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी महाराज ने कहा कि पतंजलि गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¤®à¥ से वैदिक ऋषि जà¥à¤žà¤¾à¤¨ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ में निषà¥à¤£à¤¾à¤¤ होकर जो मानव निरà¥à¤®à¤¾à¤£ होगा, वही आगे चलकर विशà¥à¤µ के निरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ होंगे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि शिषà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥ के अनà¥à¤•à¥‚ल रहते हैं। इसी से गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² संचालित रहते हैं। हमने अपने पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ व गà¥à¤°à¥à¤“ं से जो पाया, वही आपको दे रहे हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ कहा कि संसार के तमाम पà¥à¤°à¤²à¥‹à¤à¤¨à¥‹à¤‚ और आकरà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ में आपको विचलित नहीं होना है। आज संसार छोटे-छोटे वà¥à¤¯à¤¸à¤¨à¥‹à¤‚, मांसाहार, वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°, दà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤° व तमाम तरह के अमानवीय कृतà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में फंसा जा रहा है। यजà¥à¤žà¥‹à¤ªà¤µà¤¿à¤¤, वेद, धरà¥à¤® व अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤® के नाम पर à¤à¥€ à¤à¥à¤°à¤¾à¤‚तियाठसमाज में वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो रही थी। पतंजलि योगपीठने इन सà¤à¥€ à¤à¥à¤°à¤¾à¤‚तियों को समापà¥à¤¤ किया है। हमने किसी à¤à¥€ कà¥à¤², वंश, जाति व देश में पैदा हà¥à¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को समान शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की है। हमने न केवल सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€-पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का à¤à¥‡à¤¦ समापà¥à¤¤ कर बेटियों को यजà¥à¤žà¥‹à¤ªà¤µà¤¿à¤¤ धारण करवाया अपितॠआज पतंजलि की बेटियाठवà¥à¤¯à¤¾à¤•à¤°à¤£, शासà¥à¤¤à¥à¤° से लेकर वेदों में निषà¥à¤£à¤¾à¤¤ हो रही हैं। वेद तो आधार हैं। हमें इस यà¥à¤— के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना है। आधà¥à¤¨à¤¿à¤• जà¥à¤žà¤¾à¤¨-विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ के साथ वेदों को à¤à¥€ पà¥à¤¨à¤¾ है। आधà¥à¤¨à¤¿à¤• जà¥à¤žà¤¾à¤¨-विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ व वेदों का संगम है वैदिक जà¥à¤žà¤¾à¤¨ अनà¥à¤¸à¤‚धान। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ शिकà¥à¤·à¤¾ बोरà¥à¤¡ के माधà¥à¤¯à¤® से आधà¥à¤¨à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ में नवीन कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति हो रही है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि विधायिका, कारà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤²à¤¿à¤•à¤¾, नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤ªà¤¾à¤²à¤¿à¤•à¤¾, मीडिया, शिकà¥à¤·à¤¾, अनà¥à¤¸à¤‚धान, सामाजिक, आरà¥à¤¥à¤¿à¤•, राजनैतिक, धारà¥à¤®à¤¿à¤• आदि कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के शीरà¥à¤· वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से मेरा संपरà¥à¤• रहा है किनà¥à¤¤à¥ मैंने à¤à¤• ही बात को सबसे ऊपर रखा है कि इनमें से कौन à¤à¤¸à¥‡ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ हैं जो अपनी वेद परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ व ऋषि संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को आगे ले जाने का कारà¥à¤¯ कर रहे हैं। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में à¤à¤¨.पी. सिंह, देवपà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ परमारà¥à¤¥à¤¦à¥‡à¤µ सहित वैदिक गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¤®à¥, वैदिक कनà¥à¤¯à¤¾ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¤®à¥ के साधà¥-साधà¥à¤µà¥€ बहनें, पतंजलि गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¤®à¥ के छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤ तथा उनके परिजन उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।