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योग महोत्सव - 2022 अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस - 2022 तक 100 दिनों का काउंटडाउन सौ दिन, सौ शहर और सौ संगठन


मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती, आयुष और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ महेंद्र मुंजापारा जी, विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी, निदेशक, एमडीएनआईवाई, आयुष मंत्रालय, डॉ. ईश्वर वी. बसावरेड्डी जी, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन और श्रम और रोजगार मंत्री, भूपेंद्र यादव, केंद्रीय आयुष मंत्री और बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय, सर्बानंद सोनोवाल जी, हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री, मनोहर लाल खट्टर जी, सिक्किम के माननीय मुख्यमंत्री, प्रेम सिंह तमांग , विशेष सचिव, आयुष मंत्रालय, प्रमोद कुमार पाठक, विक्रम सिंह, निदेशक, आयुष मंत्रालय और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने सहभाग किया

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

ऋषिकेश, 13 मार्च। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस - 2022 तक 100 दिनों का काउंटडाउन कार्यक्रम में सहभाग कर योग से जुड़ने हेतु सभी को प्रोत्साहित करते हुये कहा कि योग से जुड़कर जीवन में अद्भुत परिवर्तन किया जा सकता है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुये कहा कि इन्टरनेट के माध्यम से योग से जुड़ना और भी आसान हो गया है। इन्टरनेट ने योग को पहले से अधिक विस्तार दिया है। भारतीय संस्कृति में दक्षिणायन के समय को आध्यात्मिक विद्या प्राप्त करने के लिये बेहद उपयुक्त माना गया है। 21 जून को सूर्य शीघ्र उगता है तथा देर से डूबता है इसलिये 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। ‘योग’ शरीर, चेतना और आत्मा का मिलन कराता है। योग एक प्राचीन शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास की प्रक्रिया है जिससे यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि, बन्ध और मुद्रा, सत्कर्म, युक्ताहार, मंत्र-जाप, युक्ता-कर्म जैसी अनेक विधाओं के माध्यम से शरीर को स्वस्थ और निरोग बनाया जा सकता है। योग से व्यक्तिगत चेतना के साथ सार्वभौमिक चेतना को भी जाग्रत किया जा सकता है। योग से मानव एवं प्रकृति के बीच एक परिपूर्ण सामंजस्य, स्वास्थ्य और कल्याण की एक समग्र दृष्टि उत्पन्न की जा सकती है। जीवन को सकारात्मक और ऊर्जावान बनाए रखने में योग महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। योग एक बेहतर विकल्प है, जिसे संपूर्ण विश्व को एकता के सूत्र में पिरोया जा सकता है। आईये करें योग रहें निरोग।

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