पांच राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ शोर में उन 20 हजार à¤à¤¾à¤µà¥€ डाॅकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ के à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ गौण हो गया जो यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ से बचकर à¤à¤¾à¤°à¤¤ पहà¥à¤‚चे हैं। इन यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के साथ-साथ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में निजी मेडिकल कॉलेजों में फीस के नाम पर लूट का सवाल à¤à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ से गायब होता दिख रहा है।
रिपोर्ट - सà¥à¤¶à¥€à¤² उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯
पांच राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ शोर में उन 20 हजार à¤à¤¾à¤µà¥€ डाॅकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ के à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ गौण हो गया जो यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ से बचकर à¤à¤¾à¤°à¤¤ पहà¥à¤‚चे हैं। इन यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के साथ-साथ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में निजी मेडिकल कॉलेजों में फीस के नाम पर लूट का सवाल à¤à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ से गायब होता दिख रहा है। लोगों को आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ करना चाहिठकि à¤à¤¾à¤°à¤¤ के निजी मेडिकल कॉलेजों की फीस अमेरिकी के कॉलेजों के बराबर है। इतना ही नहीं, à¤à¤¾à¤°à¤¤ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में सबसे महंगी मेडिकल पà¥à¤¾à¤ˆ वाले देशों में शà¥à¤®à¤¾à¤° है। यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ में फंसे हजारों यà¥à¤µà¤¾ अब सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ अपने घर पहà¥à¤‚च चà¥à¤•à¥‡ हैं, लेकिन à¤à¤• बड़ा पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ लगातार उनका पीछा कर रहा है कि उनका à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ होगा ? यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के हालात बता रहे हैं कि वहां जलà¥à¤¦ अमन की उमà¥à¤®à¥à¤®à¥€à¤¦ नहीं है और शांति सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हो à¤à¥€ जाठतो à¤à¥€ ये देश à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में नहीं होगा कि वहां पहले की तरह मेडिकल और इंजीनियरिंग की पà¥à¤¾à¤ˆ हो सके। जिन à¤à¤¾à¤µà¥€ डाॅकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ को यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ से à¤à¤¾à¤°à¤¤ लाया गया है, उनमें से शायद ही कोई वहां वापस जाà¤à¤—ा। à¤à¤¸à¥‡ हालात में इनके सामने कà¥à¤¯à¤¾ विकलà¥à¤ª होंगे, इस पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ पर अब कोई गंà¤à¥€à¤° पहल दिखाई नहीं दे रही है। जहां तक इनके लिठविकलà¥à¤ªà¥‹à¤‚ की बात है तो सबसे पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ मांग यह है कि इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के मेडिकल काॅलेजों में पà¥à¤¾à¤ˆ पूरी करने का अवसर जाà¤à¥¤ इस मांग का यह कहकर विरोध किया जा रहा है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में à¤à¤• लाख सीटों वाले काॅलेजों में अचानक 20 फीसद नई सीट पैदा नहीं की जा सकती, लेकिन यह विरोध तारà¥à¤•à¤¿à¤• नहीं है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये 20 हजार यà¥à¤µà¤¾ किसी à¤à¤• वरà¥à¤· के सà¥à¤Ÿà¥‚डेंट नहीं हैं। ये à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ उपाधि में अलग-अलग वरà¥à¤·à¤¾à¥‡à¤‚ और सà¥à¤¤à¤°à¥‹à¤‚ पर पà¥à¤¾à¤ˆ कर रहे हैं। यदि इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के मेडिकल काॅलेजों में ही समायोजित किया जाता है तो मौजूदा सीटों के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वरà¥à¤· में करीब 5 फीसद की बà¥à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤°à¥€ करनी होगी। (पूरà¥à¤µ में à¤à¤¾à¤°à¤¤ में à¤à¥€ कà¥à¤› निजी मेडिकल काॅलेजों के बंद होने पर इनके छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को अनà¥à¤¯ समान संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं में समायोजित किया जा चà¥à¤•à¤¾ है।) वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• तौर पर यह बà¥à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤°à¥€ 5 फीसद से à¤à¥€ कम होगी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि देश में मौजूदा सतà¥à¤° और अगले सतà¥à¤° में अनेक नठमेडिकल काॅलेज à¤à¥€ शà¥à¤°à¥‚ होने जा रहे हैं। इनमें à¤à¥€ जो लोग अंतिम वरà¥à¤· या इंटरà¥à¤¨à¤¶à¤¿à¤ª के लेवल पर हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में ही मौका देकर उनके पà¥à¤°à¤•à¤°à¤£à¥‹à¤‚ को आसानी से संà¤à¤¾à¤²à¤¾ जा सकता है। जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ परेशानी à¤à¤¸à¥‡ मामलों में होगी, जिनकी दूसरे या तीसरे वरà¥à¤· की पà¥à¤¾à¤ˆ चल रही है। यहां à¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾ सकती है। सोवियत संघ और सोवियत बà¥à¤²à¤¾à¥…क के पूरà¥à¤µ देशों रूस, बेलारूस, उजà¥à¤¬à¥‡à¤•à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨, हंगरी, पोलेंड, चेक गणराजà¥à¤¯, सà¥à¤²à¥‹à¤µà¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ जाॅरà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤¾ आदि में पà¥à¤¾à¤ˆ के मानक यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के समान ही हैं। सरकार कोशिश करे तो इनमें से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° लोगों को यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ की बजाय सोवियत बà¥à¤²à¤¾à¥…क के अनà¥à¤¯ देशों के विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ और काॅलेजों में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ दिलाया जा सकता है। इसमें à¤à¤• तकनीकी दिकà¥à¤•à¤¤ यह बताई जा है कि किसी à¤à¤• डिगà¥à¤°à¥€ को दो देशों की संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं से पूरा करने पर उस डिगà¥à¤°à¥€ की मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ पर पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ खड़ा होगा, लेकिन यह कोई बड़ा मामला नहीं है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° देशों और उनकी संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं के बीच पहले से ही इस तरह के समà¤à¥Œà¤¤à¥‡ मौजूद हैं जहां किसी डिगà¥à¤°à¥€ के कà¥à¤› वरà¥à¤· à¤à¤• देश और कà¥à¤› वरà¥à¤· दूसरे देश में पूरे किठजा सकते हैं। नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति के तहत à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¥€ आगामी सतà¥à¤° से इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ लागू करने जा रहा है। वैसे, इन छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिठकोई अनà¥à¤¯ विकलà¥à¤ª न बचे तो रूस à¤à¤• बड़ा विकलà¥à¤ª है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वहां à¤à¥€ बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ छातà¥à¤° मेडिकल की पà¥à¤¾à¤ˆ कर रहे हैं। रूस की तरफ से à¤à¤¸à¥‡ संकेत à¤à¥€ मिले हैं कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ छातà¥à¤° वहां की संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं से डिगà¥à¤°à¥€ पूरी कर सकते हैं। इस पà¥à¤°à¤•à¤°à¤£ के साथ फीस का पहलू à¤à¥€ जà¥à¥œà¤¾ हà¥à¤† है। चूंकि, यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ और रूस में मेडिकल की फीस और अनà¥à¤¯ खरà¥à¤š लगà¤à¤— बराबर हैं इसलिठरूसी संसà¥à¤¥à¤¾à¤à¤‚ अचà¥à¤›à¤¾ विकलà¥à¤ª हो सकती हैं, जबकि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¥‡à¤Ÿ मेडिकल कॉलेजों की फीस से निपटना आसान नहीं है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में à¤à¤• साल की फीस 12 से 18 लाख रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ तक है। इस फीस में वो अदृशà¥à¤¯ शà¥à¤²à¥à¤• शामिल नहीं है, जिसे कॉलेज संचालकों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ छिपी हà¥à¤ˆ मदों में लिया जाता है। कà¥à¤² मिलाकर à¤à¤¾à¤°à¤¤ में à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ की डिगà¥à¤°à¥€ à¤à¤• करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ के खरà¥à¤š के बाद ही मिल पाती है। आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ की बात यह है कि इतनी फीस में अमेरिका में à¤à¥€ मेडिकल पà¥à¤¾à¤ˆ की जा सकती है। आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ इसलिठकि à¤à¤¾à¤°à¤¤ के निजी मेडिकल काॅलेजों (अपवादों को छोड़ सकते हैं) के सà¥à¤¤à¤° और अमेरिकी संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं के सà¥à¤¤à¤° में जमीन-आसमान का फरà¥à¤• है। आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ की बात इसलिठà¤à¥€ है कि अमेरिका-यूरोप की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में गरीब à¤à¤¾à¤°à¤¤ के मेडिकल काॅलेजों में इतनी बड़ी फीस के पीछे कोई सारà¥à¤¥à¤• आधार बिलà¥à¤•à¥à¤² नहीं हो सकता। जो यà¥à¤µà¤¾ यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ से लौटे हैं वे à¤à¥€ इस बात की पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ करते हैं कि यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ और सोवियत बà¥à¤²à¤¾à¥…क के पूरà¥à¤µ देशों की संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं में बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ ढांचा और अनà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤à¤‚ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¥‡à¤Ÿ मेडिकल काॅलेजों की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में कहीं बेहतर हैं। जबकि, वहां à¤à¤¾à¤°à¤¤ की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में करीब à¤à¤• तिहाई शà¥à¤²à¥à¤• में में पà¥à¤¾à¤ˆ हो रही है। अब पà¥à¤¨à¤ƒ उन दोनों मूल पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¥‹à¤‚ पर लौटते हैं कि यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ से वापस आठयà¥à¤µà¤¾à¤“ं का à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ होगा और निजी मेडिकल काॅलेजों की फीस को तारà¥à¤•à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° तक किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° घटाया जा सकेगा। दोनों सवालों के समाधान के लिठचाहे-अनचाहे à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार की तरफ ही देखना होगा। यदि सरकार की ओर से कदम न उठाठगठतो हजारों परिवारों को अधर में छोड़ने जैसा होगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ से वापस ले आने à¤à¤° से सरकार का दायितà¥à¤µ पूरा नहीं होता। वैसे, इस मामले को महज 20 हजार यà¥à¤µà¤¾à¤“ं का मामला नहीं मानना चाहिà¤, बलà¥à¤•à¤¿ यह 20 हजारों परिवारों के à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ है। इससे à¤à¥€ बड़ी बात यह कि ये देश की साख से à¤à¥€ जà¥à¥œà¤¾ हà¥à¤† है।