परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड वासियों को फूलदेई परà¥à¤µ की शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ रही है। पौराणिक काल से ही à¤à¤¾à¤°à¤¤ में परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ हेतॠपरà¥à¤µà¥‹à¤‚ और लोक परà¥à¤µà¥‹à¤‚ का आयोजन किया जाता है। फूलदेई फेसà¥à¤Ÿà¤¿à¤µà¤² इसका जीवंत उदहारण है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 14 मारà¥à¤šà¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड वासियों को फूलदेई परà¥à¤µ की शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ रही है। पौराणिक काल से ही à¤à¤¾à¤°à¤¤ में परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ हेतॠपरà¥à¤µà¥‹à¤‚ और लोक परà¥à¤µà¥‹à¤‚ का आयोजन किया जाता है। फूलदेई फेसà¥à¤Ÿà¤¿à¤µà¤² इसका जीवंत उदहारण है। परमारà¥à¤¥ निकेतन में महिला अधिकारिता à¤à¤µà¤‚ बाल विकास विà¤à¤¾à¤—, देहरादून दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित तीन दिवसीय पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ शिविर का समापन परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी, बाल अधिकार संरकà¥à¤·à¤£ आयोग की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· डाॅ गीता खनà¥à¤¨à¤¾ जी, डॉ. अखिलेश कà¥à¤®à¤¾à¤° मिशà¥à¤°à¤¾ जी, नोडल अधिकारी, राजà¥à¤¯ परियोजना निदेशक, महिला अधिकारिता à¤à¤µà¤‚ बाल विकास विà¤à¤¾à¤— और अनà¥à¤¯ विशिषà¥à¤Ÿ अतिथियों की पावन उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में हà¥à¤†à¥¤ इस तीन दिवसीय पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ शिविर का आयोजन का वन सà¥à¤Ÿà¤¾à¤ª सेनà¥à¤Ÿà¤° में कारà¥à¤¯à¤°à¤¤ महिलाओं के कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾à¤µà¤°à¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ हेतॠकिया गया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ जिलों से आये पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों को फूलदेई परà¥à¤µ की शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि यह परà¥à¤µ नई उमंग, उलà¥à¤²à¤¾à¤¸ और नई उमà¥à¤®à¥€à¤¦ का संदेश देता है। इस समय उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के पहाड़ों में बसंत अपने यौवन पर होता है और उसी का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है फूलदेई परà¥à¤µà¥¤ फूलों का यह परà¥à¤µ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की नैसरà¥à¤—िक समृदà¥à¤§à¤¿ का दà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤• है और यह à¤à¤• अनूठा लोकपरà¥à¤µ à¤à¥€ है। यह परà¥à¤µ हम सà¤à¥€ को पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपना आà¤à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करने की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ देता है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में वनà¥à¤¯à¤œà¥€à¤µ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨, पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• व सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• विरासत संरकà¥à¤·à¤£ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨, परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨, धारà¥à¤®à¤¿à¤•, आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• और तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ को बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देने के लिये अपनी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करना अतà¥à¤¯à¤‚त आवशà¥à¤¯à¤• है। नोडल अधिकारी, राजà¥à¤¯ परियोजना निदेशक, महिला अधिकारिता à¤à¤µà¤‚ बाल विकास विà¤à¤¾à¤—, डॉ. अखिलेश कà¥à¤®à¤¾à¤° मिशà¥à¤°à¤¾ जी ने कहा कि वन सà¥à¤Ÿà¤¾à¤ª सेंटर की महिलाओं को पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ के साथ तीन दिनों तक दिवà¥à¤¯ वातावरण में रहने और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• गतिविधियों में सहà¤à¤¾à¤— करने का अवसर पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ मà¥à¤à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है आप सà¤à¥€ अपने-अपने कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में जाकर नई ऊरà¥à¤œà¤¾ के साथ पहाड़ पर रहने वालों की पहाड जैसी परेशानियों को हल करने में मदद के लिये हाथ अवशà¥à¤¯ आगे बà¥à¤¾à¤¯à¥‡à¤—ी।