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व्यक्तित्व का बहुआयामी विकास खेल से सम्भव : स्वामी रामदेव


योगऋषि स्वामी और आचार्य के पावन मार्गदर्शन में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी वार्षिकोत्सव ‘अभ्युदय 2022’ के अन्तर्गत त्रिदिवसीय खेल महोत्सव का आयोजन पतंजलि विश्वविद्यालय हरिद्वार के नवीन प्रांगण में किया गया।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार, 15 मार्च। योगऋषि स्वामी और आचार्य के पावन मार्गदर्शन में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी वार्षिकोत्सव ‘अभ्युदय 2022’ के अन्तर्गत त्रिदिवसीय खेल महोत्सव का आयोजन पतंजलि विश्वविद्यालय हरिद्वार के नवीन प्रांगण में किया गया। इस महोत्सव में विभिन्न प्रकार के भारतीय खेलों सहित अन्य खेलों में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया जिनमें खो-खो, कबड्डी, रस्साकसी, क्रिकेट, बॉलीबॉल, रिलेरेस सहित अन्य खेल स्पर्धा का सफ़ल आयोजन किया गया। पतंजलि विश्वविद्यालय के माननीय कुलाधिपति स्वामी रामदेव ने अपने उद्बोधान में खेल को जीवन के विभिन्न आयामों से जोड़कर समझाते हुए इसकी प्रासंगिकता को विस्तार से बताया एवं सभी प्रतिभागियों व आयोजन समिति के सभी सदस्यों को अपना शुभाशीर्वाद दिया। ऊर्जावान् कुलपति आचार्य बालकृष्ण ने प्रतिभागियों को स्वस्थ एवं संस्कारयुक्त जीवन के लिए खेलों की सार्थकता को बताया। साथ ही आचार्यश्री ने कहा कि विश्व में सर्वाधिाक युवाओं वाले देश भारत के गौरव की पुनर्स्थापना के लिए पतंजलि विश्वविद्यालय पूर्ण निष्ठा के साथ सदैव तत्पर रहता है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति प्रो. महावीर अग्रवाल और कुलानुशासिका एवं संकायाध्यक्षा डॉ. साध्वी देवप्रिया ने भी अपना उद्बोधन दिया। प्रो. अग्रवाल ने अपने सम्बोधन में जीवन के अनुभव व विभिन्न प्रसंगों के माध्यम से खेल के द्वारा होने वाले मनो-शारीरिक विकास की चर्चा की। पूज्या साध्वी ने खेल भावना को जीवन में जरुरी बताते हुए सभी खिलाड़ियों व विद्यार्थियों को प्रतिदिन 1 से 2 घण्टे का समय विभिन्न भारतीय खेल के अभ्यास करने हेतु मार्गदर्शन दिया। अभ्युदय महोत्सव के संयोजक डॉ. नरेन्द्र सिंह ने तीन दिनों तक चले खेल महोत्सव के सफ़ल आयोजन के लिए सभी विद्यार्थियों, सहयोगियों को धन्यवाद दिया और अभ्युदय वार्षिकोत्सव के अन्य आयोजन की शुभकामनाएं भी दी। इस कार्यक्रम में संकायाध्यक्ष (शोध) प्रो. वी.के. कटियार, परीक्षा नियंत्रक वी.सी. पाण्डेय जी, पूज्य स्वामी परमार्थदेव , स्वामी आर्षदेव जी, स्वामी सोमदेव जी, उप-कुलसचिव डॉ. निर्विकार जी, सह-कुलानुशासिका कृष्णावेणी , योग विज्ञान विभाग के प्रभारी डॉ. संजय जी, डॉ- निधीश , डॉ. अभिषेक जी, डॉ. रामजी मिश्रा जी, डॉ. बिपिन दूबे जी, डॉ. निवेदिता जी, डॉ. आरती पाल जी, कपिल शास्त्री, सन्दीप मानिकपुरी , सुश्री मोनिका , श्रीमति भागीरथी सहित विश्वविद्यालय परिवार के सभी कर्मयोगी, शोधार्थी व विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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