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“डॉक्टरेट की मानद डिग्री" व "मेडल" से सम्मानित हुए डॉ० हेमन्त जयसिंह।


यूनिवर्सल तमिल यूनिवर्सिटी द्वारा चिकित्सा विज्ञान में बेहतर योगदान व नर्व चिकित्सा विकसित करने के लिए डॉ हेमन्त जयसिंह को “डॉक्टरेट की मानद डिग्री" एवँ "मेडल" से सम्मानित किया गया।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार। यूनिवर्सल तमिल यूनिवर्सिटी द्वारा चिकित्सा विज्ञान में बेहतर योगदान व नर्व चिकित्सा विकसित करने के लिए डॉ हेमन्त जयसिंह को “डॉक्टरेट की मानद डिग्री" एवँ "मेडल" से सम्मानित किया गया। उन्होंने अपनी लगन और मेहनत से Rheumatologist, Pediatric Nutritionist, Clinical research scientist की उपाधि हासिल की हैं। इसके साथ ही उन्हें नर्व चिकित्सा की नई तकनीक का जनक भी माना जाता है। बुलन्दवाणी टीम द्वारा में डॉ हेमंत जयसिंह से किये गए साक्षात्कार में उन्होंने अपनी शिक्षा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा SHPS व SHIVEDALE स्कूल, हरिद्वार से की तत्पश्चात उच्च शिक्षा उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार से प्रथम रैंक प्राप्त कर स्वर्ण पदक प्रमाण पत्र के साथ बी फार्म किया और एक साल की इंटर्नशिप के बाद क्लिनिकल फार्मेसी काउंसिल, आँध्र प्रदेश से कंसल्टेंट फार्मास्युटिकल केयर इन रुमेटोलॉजी और पेडियाट्रिक्स के रूप में विशेषज्ञता प्रमाण पत्र प्राप्त किया है। उन्होंने इग्नू से बाल पोषण में पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट, फार्मा रिसर्च इंस्टीट्यूट के माध्यम से क्लिनिकल रिसर्च में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा, सीएमएस और ईडी एलोपैथी (नैशनल ईंस्टिटयुट औफ मैडिकल साईँस) व मृत्युंजय मिशन, हरिद्वार से मर्म चिकित्सा में सर्टिफिकेट हासिल किया। 2013-17 तक मर्म चिकित्सा मेँ प्रैक्टिस की और 2018 मेँ उन्होंने एक नई तकनीक खोजी जिसका नाम नर्व चिकित्सा रखा। उन्होंने नसों पर शोध कर नई तकनीक खोजी। इसमें पूरे शरीर से नसों का पता लगाया जाता है और मैन्युअल रूप से खोला जाता है, जो प्रत्येक रोगी में भिन्न होती है। इसके माध्यम से स्लिप डिस्क, जीबी सिंड्रोम, सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस, रूमेटाइड आर्थराइटिस, सीएनएस डिसऑर्डर आदि विकारों से पीड़ित रोगियों का इलाज किया जा सकता है। उन्होंने इसके कापीराईट के लिए भी आवेदन किया हुआ है। उन्हें 2022 मेँ ईंडियन एचीवर अ‍ॅवार्ड, इंटरनेशनल आईकन अवार्ड व मानद डॉक्टरेट की डिग्री के साथ चयनित किया गया है। चिकित्सा क्षेत्र के अलावा और क्या करते हैं? इसके जवाब में उन्होंने बताया कि वे IAS PORTAL (www.upsconlineacademy.net) के संस्थापक भी हैं जिसमें वे यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए विभिन्न समाचार पत्रों से करेंट अफेयर्स के प्रश्नों को निःशुल्क तैयार कर रहे हैं। वे इन प्रश्नों को उन पुस्तकों में भी बदल रहे हैं जो ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर भी उपलब्ध हैं। उनके कुछ पुराने संस्करण की किताबें राजेंद्र नगर दिल्ली की दुकानों पर भी उपलब्ध हैं।

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