क्वांटम विवि में दो-दिवसीय कार्यशाला का आयोजन क्वांटम विश्वविद्यालय में सर्किट डिजाइन और एक्सटेंशन वायरिंग पर दो दिवसीय कार्यशाला आयाम 2023' का आयोजन किया गया क्वांटम स्कूल ऑफ़ टेक्नोलॉजी द्वारा आयोजित यह कार्यशाला 24 और 25 फरवरी को विश्वविद्यालय के परिसर में आयोजित की गई |
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिद्वार, क्वांटम विवि में दो-दिवसीय कार्यशाला का आयोजन क्वांटम विश्वविद्यालय में सर्किट डिजाइन और एक्सटेंशन वायरिंग पर दो दिवसीय कार्यशाला आयाम 2023' का आयोजन किया गया क्वांटम स्कूल ऑफ़ टेक्नोलॉजी द्वारा आयोजित यह कार्यशाला 24 और 25 फरवरी को विश्वविद्यालय के परिसर में आयोजित की गई | इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को बुनियादी अवधारणाओं का उपयोग करके इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स सर्किट को समझने, डिजाइन करने और तैयार करने में सक्षम बनाना है इस कार्यशाला में विश्वविद्यालय के कई दिग्गज उपस्थित रहे क्वांटम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ विवेक कुमार, क्वांटम स्कूल ऑफ़ टेक्नोलॉजी के निर्देशक एवं कार्यशाला समन्वयक डॉ मनीष शर्मा, डीन अकादमिक डॉ सतेंद्र कुमार एवं अन्य गण्यमानों ने उपस्थित रह कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई इस कार्यशाला में प्रथम वर्ष इंजीनियरिंग के 1100 से भी ज़्यादा विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लियाकार्यशाला समन्वयक डॉ मनीष शर्मा ने विभिन्न विषयों पर अपने ज्ञान और विशेषज्ञता को छात्रों के साथ साझा किया। इस कार्यशाला में घरेलू और आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोटोटाइप सिस्टम और उपकरणों के डिजाइन, कार्यान्वयन और समस्या निवारण को प्रदर्शित किया गया इसके अतिरिक्त, इस कार्यशाला में विद्युत और इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्रों में छात्रों द्वारा लाइव प्रदर्शन और परियोजना विकास भी शामिल रहा 2008 से शिक्षा के क्षेत्र में अपना अप्रतिम योगदान देने वाले क्वांटम विश्वविद्यालय ने इससे पहले भी विद्यार्थियों को औद्योगिक अनुभव और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के लिए कई तरह के कार्यशाला एवं अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया है | इसी आयोजन के क्रम में आयाम 2023 का भी आयोजन किया गया कार्यशाला के व्यापक विषयों में स्वचालित एलईडी लाइट एलडीआर का उपयोग, सीलिंग फैन का कनेक्शन,विस्तार बोर्ड विकास जैसे कई अन्य विषयों पर विद्यार्थियों ने काम करते हुए अनुभवी प्राध्यापकों से ज्ञान प्राप्त किया कार्यशाला में विद्युत् सुरक्षा पर भी गौर किया गया कार्यशाला समन्वयक डॉ मनीष शर्मा ने घटनाओं को रोकने के लिए विद्युत चालित उपकरणों को संभालना और बनाए रखने की आवश्यकता पर बात की । साथ ही, आसपास के लोगों के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए खतरों की ठीक से पहचान करने और उन्हें नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया ।