स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के पावन सान्निध्य, आशीर्वाद और मार्गदर्शन में आज स्वामी शुकदेवानन्द चेरिटेबल अस्पताल में एक दिवसीय निःशुल्क रक्त जाँच शिविर का आयोजन किया गया जिसमें ब्लड शुगर, थायराइड, कोलेस्ट्राल, लिवर फंक्शन टेस्ट, किडनी फंक्शन टेस्ट आदि जाँच निःशुल्क करायी गयी। प्रत्येक तीन माह में स्वामी शुकदेवानन्द चेरिटेबल अस्पताल में उपरोक्त सारी जाँच निःशुल्क करायी जायेगी।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 26 फरवरी। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के पावन सान्निध्य, आशीर्वाद और मार्गदर्शन में आज स्वामी शुकदेवानन्द चेरिटेबल अस्पताल में एक दिवसीय निःशुल्क रक्त जाँच शिविर का आयोजन किया गया जिसमें ब्लड शुगर, थायराइड, कोलेस्ट्राल, लिवर फंक्शन टेस्ट, किडनी फंक्शन टेस्ट आदि जाँच निःशुल्क करायी गयी। प्रत्येक तीन माह में स्वामी शुकदेवानन्द चेरिटेबल अस्पताल में उपरोक्त सारी जाँच निःशुल्क करायी जायेगी। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और साध्वी भगवती सरस्वती जी के पावन सान्निध्य में परमार्थ निकेतन, एप्स फाउंडेशन, माविनी केयर फाउंडेशन, डिवाइन शक्ति फाउंडेशन के सदस्यों ने दीप प्रज्वलित कर रक्त जाँच शिविर का शुभारम्भ किया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि अत्यंत आनन्द आता है जब युवा सेवा के लिये आगे आते हैं। उन्होंने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है; जन सेवा ही जनार्दन सेवा है। स्वामी जी ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण धरती पर पहले ऐसे मोटिवेश्नल स्पीकर है जिन्होंने रण भूमि में अर्जुन को अपना कर्म करने की शिक्षा दी। उन्होंने संदेश दिया कि कर्म की धर्म है, सेवा ही साधना है और पूजा है। धरती पर जो भी व्यक्ति है उन्हें कर्म करना पड़ता है परन्तु अगर कर्म के माध्यम से सेवा हो या कर्म सकारात्मक हो तो उसके विलक्षण परिणाम प्राप्त होते हैं। साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा कि सेवा से तात्पर्य प्रेमपूर्वक किसी के कष्टों के शमण हेतु अपने द्वारा सबसे उत्तम प्रयास करना। सेवा तभी की जा सकती है जब हमें कोई सेवा करने का अवसर प्रदान करें। अगर हमें सेवा का अवसर प्राप्त हुआ है अर्थात् यह हमें परमात्मा ने एक दिव्य अवसर प्रदान किया है। अतः इस हेतु हमें उन सब के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिये।