राज्य आंदोलनकारी समिति रजिस्टर्ड परिवार के राज्य आंदोलनकारियों ने प्रेम नगर घाट स्थित गंगा तट पर एकत्र होकर उन्हें याद करते हुए मां गंगा जी में पुष्प व दूध अर्पित कर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि दी और उनके मंगलमय नव जीवन की कामना की|
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन की मांग कर रहे राज्य आंदोलनकारियों पर वर्ष 1994 में की गई तत्कालीन उत्तर प्रदेश पुलिसिया कार्रवाई व गोलीबारी में 1 सितंबर को खटीमा मैं 7 आंदोलनकारी व 2 सितंबर को मसूरी गोलीकांड में 6 आंदोलनकारी शहीद हो वीरगति को प्राप्त हुए, ऐसे ही कई वीर शहीदों के बल पर उत्तराखंड राज्य का निर्माण हुआ , ऐसे वीर शहीदों के राज्य निर्माण में योगदान को देखते हुए खटीमा व मसूरी के शहीद आंदोलनकारियों को उनकी 29 वी पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए, व उनकी पुण्य आत्मा की शांति की कामना करते हुए चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति रजिस्टर्ड परिवार के राज्य आंदोलनकारियों ने प्रेम नगर घाट स्थित गंगा तट पर एकत्र होकर उन्हें याद करते हुए मां गंगा जी में पुष्प व दूध अर्पित कर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि दी और उनके मंगलमय नव जीवन की कामना की| श्रंद्धाजलि सभा का संचालन भीमसेन रावत ने किया। श्रद्धांजलि देने वालों में मुख्य रूप से जानी-मानी आंदोलनकारी व वरिष्ठ महिला नेत्री श्रीमती सरिता पुरोहित, व साधना नवानी, कमला पांडे, राधा बिष्ट, आशा पंत, बसंती पटवाल, महेश गोड़,सूर्यकांत भट्ट, विनोद डंड्रियाल, भीम सेन रावत,केशव देव सेमवाल, दलबीर पोखरियाल, आर एस मनराल , रामदेव मौर्य, आर एस नेगी, राजेश गुप्ता, सतीश जैन आदि।