हर्षिल में राज्य स्तरीय सेब महोत्सव का शुभारंभ करते हुए राज्य के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि हर्षिल क्षेत्र में उत्कृष्ट किस्म के सेब के उत्पादन को देखते हुए इसकी बेहतर ब्राडिंग व मार्केटिंग पर राज्य सरकार विशेष ध्यान दे रही है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
उत्तरकाशी, 19 अक्टूबर 2023, हर्षिल में राज्य स्तरीय सेब महोत्सव का शुभारंभ करते हुए राज्य के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि हर्षिल क्षेत्र में उत्कृष्ट किस्म के सेब के उत्पादन को देखते हुए इसकी बेहतर ब्राडिंग व मार्केटिंग पर राज्य सरकार विशेष ध्यान दे रही है। कृषि मंत्री ने हर्षिल क्षेत्र को फलपट्टी बनाए जाने की घोषणा करते हुए कहा कि इस इलाके में हार्टी-टूरिज्म को विकसित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। वाईब्रेंट विलेज हर्षिल के उद्यान विभाग के परिसर में आयोजित दो दिवसीय सेब महोत्सव का उद्घाटन लोक संस्कृति के विविध रंगों से सराबोर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ। इस मौके पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार ने किसानों की आय बढाने और खेती-बागवानी को प्रोत्साहित करने के लिए अभूतपूर्व काम किए हैं। जिसके नतीजे अब सामने आ रहे हैं। बागवानी मिशन के जरिए उद्यानीकरण को बढावा दिया जा रहा है। मिलेट मिशन के जरिए पारंपरिंक मोटा अनाज को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से देश-दुनिया में नई पहचान मिली और अब कोदा-झंगोरा जैसी फसले भी किसानों की आर्थिकी को संवार रही हैं। इन प्रयासों के चलते राज्य में वर्ष 2025 तक किसानों की आय में दोगुना वृद्धि होना तय है। श्री जोशी ने कहा हर्षिल का सेब गुणवत्ता के मामले में बेहतरीन है। इस क्षेत्र में बागवानी विकास की दिशा में काफी महत्वपूर्ण काम हुए हैं। राज्य सरकार ने इस क्षेत्र के बागवानों को प्रोत्साहित करने तथा बागवानी से जुड़ी सुविधाएं व तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए काफी काम किया है। इस प्रयासों को अब और बड़े पैमाने पर संचालित किया जाएगा। इसके साथ ही ब्रांडिंग और विणपन के मोर्चे पर भी अधिक ध्यान केन्द्रित किया गया है। हर्षिल क्षेत्र के आठ गांवों में बागों की जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए घेरबाड़ करने हेतु दो करोड़ चालीस लाख रूपये की योजनाएं स्वीकृत की गई है। इस क्षेत्र के लिए अलग से सेब की खास पेटियां उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही उद्यानों में रसायनों के छिड़काव के लिए उच्च क्षमता के ड्रोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं और बागवानी में नई तकनीकों का समावेशन तथा उच्च क्षमता व गुणवत्ता के उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।