जनपद वासियों की समस्याओं का त्वरित निराकरण हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हर सोमवार को आयोजित किया जा रहा है जन संवाद/जनता मिलन कार्यक्रम
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
रुद्रप्रयाग, 15 जनवरी, 2024 जनपद वासियों की समस्याओं का त्वरित निराकरण हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हर सोमवार को आयोजित किया जा रहा है जन संवाद/जनता मिलन कार्यक्रम जिलाधिकारी सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जनसंवाद/जनता मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 15 शिकायतें दर्ज की गई। इनमें 06 शिकायतों का मौके पर ही निराकरण किया गया जबकि शेष शिकायतों का निस्तारण करने के लिए संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया। आयोजित जन संवाद/जनता मिलन कार्यक्रम में अगस्त्यमुनि निवासी कैलाश चंद्र ने बताया कि वार्ड 6 में उनका भवन 1972 से पूर्व निर्मित है। भवन के ऊपर सिंचाई विभाग की नहर जो पिछले वर्ष तक बंद भी अब उसमें नगर पंचायत ने प्लास्टिक की पाइप डाल दिया जिससे उनके घर में गंदा पानी आ रहा है। उन्होंने समस्या का निदान करने की मांग जिलाधिकारी से की। सिल्ला बामण गांव निवासी राजू लाल ने तिमली तैला मोटर मार्ग के निर्माण के दौरान उनकी करीब 200 मीटर नाप भूमि कटने का मामला उठाया एवं इसके सापेक्ष मुआवजा देने की मांग की। बताया कि करीब तीन वर्ष पहले सड़क निमार्ण के दौरान उनकी जमीन कट गई थी जिसका मुआवजा आज तक नहीं दिया गया। इसी सड़क पर देवशाड़ बैंड पर भी लगातार सड़क का मलवा खेतों में आने एवं पैत्रिक मंदिर दबने की शिकायत उठाते हुए बैंड पर पुश्ता लगाने एवं जल्द मुआवजा दिलाने की मांग की। सतनी ग्राम निवासी त्रिलोक सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी करीब छह वर्षाें से लकुआ ग्रसित है एवं लगातार इलाज करवाने के बाद भी ठीक नहीं हो रही। उन्होंने जिलाधिकारी से पत्नी की दिव्यांग पेशन लगवाने की मांग की। कर्णधार निवासी अरूण चमोला ने गांव में जल संकट की समस्या उठाते हुए बताया कि गांव में अब तक जल जीवन मिशन की योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। जवाड़ी निवासी प्रकाश ने बताया कि जवाड़ी में लघु ढाल पंपिग योजना के आधे- अधूरे कार्यों की शिकायत की बताया कि पंपिग योजना लगने के बाद भी गांव के दो मोहल्लों तक को नियमित पानी नहीं मिल पा रहा। कभी टंकी लीकेज तो कभी मोटर खराब होने के चलते पंपिग योजना बंद ही पड़ी रहती है। चमसील ग्राम निवासियों ने बताया कि 2010 में पीएमजीएसवाई ने उनके गांव में मोटर मार्ग निर्माण तो कर दिया लेकिन अब तक कई लोगों को इसका मुआवजा नहीं मिला।