कहते हैं जल ही जीवन है और जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती लेकिन इसके विपरित जिम्मेदार विभाग और इसके अधिकारी किस तरह से पेयजल का संचय कर आपूर्ति कर रहे हैं यह आपके सामने है।
रिपोर्ट - अजय शर्मा
हरिद्वार कहते हैं जल ही जीवन है और जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती लेकिन इसके विपरित जिम्मेदार विभाग और इसके अधिकारी किस तरह से पेयजल का संचय कर आपूर्ति कर रहे हैं यह आपके सामने है। आपको बता दें की तीर्थ नगरी हरिद्वार से स्टे ग्राम हरिपुर कलां में पिछले कई दिनों से पेयजल लाइन लीकेज होने के कारण जल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है यहां क्षेत्र वासियों के साथ-साथ आने वाले तीर्थ श्रद्धालुओं को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है । विभागीय लापरवाही का आलम यह है की जिम्मेदार अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी अधिकारी इस और अपनी आंखें मूंदे बैठे चैन की नीद सो रहे हैं जिससे जल की बर्बादी हो रही है और जनता पेयजल की समस्या से जूझ रही है।