तारा देवी मंदिर कनखल में 109वां देवी प्रकटोत्सव समारोह श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर देवी कन्या पूजन किया गया। और दुर्गा सप्तशती का पाठ किया गया। भजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। मां तारा देवी के मंदिर को फूलों से भव्य सजाया गया और तारा माता का श्रृंगार किया गया।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
हरिद्वार। तारा देवी मंदिर कनखल में 109वां देवी प्रकटोत्सव समारोह श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर देवी कन्या पूजन किया गया। और दुर्गा सप्तशती का पाठ किया गया। भजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। मां तारा देवी के मंदिर को फूलों से भव्य सजाया गया और तारा माता का श्रृंगार किया गया। 20 मई 1915 को महानंद मिशन पहाड़ी बाजार कनखल में गंगा के तट पर तारा देवी ने सिद्ध तपस्वी संत स्वामी महानंद गिरी महाराज को कन्या के रूप में दर्शन दिए थे। तब से निरंतर महानंद मिशन कनखल में तारा देवी का प्रकटोत्सव समारोह 20 मई को श्रद्धापूर्वक मनाया जाता है। महानंद मिशन के संस्थापक स्वामी महानंद गिरी को पिताजी महाराज के नाम से पुकारा जाता है। समारोह को संबोधित करते हुए स्वामी रत्नागिरी महाराज ने कहा कि तारा माता कनखल में महानंद मिशन में गंगा के तट पर वैष्णवी रूप में विराजमान है। जो सात्विक अध्यात्म की प्रतीक है। जिनकी पूजा से मनुष्य को सात्विक जीवन की प्राप्ति होती है और वह मोक्ष को प्राप्त करता है। उन्होंने कहा कि तारा देवी के दो स्वरूप है, एक उग्र तारा और दूसरी शांत तारा।