भक्ति ज्ञान का मार्ग है सारी दुनिया में सामंजस्य पैदा करता है - स्वामी हरि चेतनानंद


जगत में कोई ऐसी जगह नहीं है जहां भगवान ना हो भक्ति का मार्ग ज्ञान का मार्ग सारी दुनिया में सामंजस्य पैदा करता है ज्ञानी के घर भी आनंद है उसके मन में भी आनंद है भक्त के जीवन में जहां देखो वहां रस भरा हुआ है ।

रिपोर्ट  - आल न्यूज़ भारत

शीतला माता मंदिर न्यू कॉलोनी गुमानपुरा कोटा में श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन महामंडलेश्वर स्वामी हरि चेतनानंद जी हरिद्वार ने कहा श्रीमद् भागवत कथा रस बैकुंठ में नहीं मिलता। यह रस केवल मृत्यु लोक में सुलभ है। जब तक जिओ तब तक भागवत रसामृत पियो सत्संग की धारा में बहने की आदत बना बनाओ कल्याण होगा। जगत में कोई ऐसी जगह नहीं है जहां भगवान ना हो भक्ति का मार्ग ज्ञान का मार्ग सारी दुनिया में सामंजस्य पैदा करता है ज्ञानी के घर भी आनंद है उसके मन में भी आनंद है भक्त के जीवन में जहां देखो वहां रस भरा हुआ है स्वामी जी ने कर्दम देवहुति के विवाह का प्रसंग सुनाया ज्ञान की प्रधानता से कपिल महामुनि का अवतार हुआ भगवान कपिल माता देवहुति को कहते हैं मां जीवन में श्रेष्ठ संतों का संग करो उनसे मेरी कथा श्रवण करो कथा श्रवण से श्रद्धा उत्पन्न होगी श्रद्धा से रति और रति से भक्ति की प्राप्ति होगी भक्ति से भगवान से मिलन होगा। जीवन का लक्ष्य भोग नहीं भगवान है।

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