हरिद्वारके मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन को आज विकास भवन हरिद्वार में भावभीनी विदाई दी गई। उनका स्थानांतरण हरिद्वार से देहरादून एमडी सिडकुल और आयुक्त इंडस्ट्रीज के पद पर हुआ है।
रिपोर्ट - ऑल न्यूज़ ब्यूरो
स्क्रिप्ट-, हरिद्वार जनपद के सबसे लोकप्रिय युवा अधिकारी रहे हैं प्रतीक जैन, उत्तराखंड का औद्योगिक विकास और तेज गति से हरिद्वार के मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन को आज विकास भवन हरिद्वार में भावभीनी विदाई दी गई। उनका स्थानांतरण हरिद्वार से देहरादून एमडी सिडकुल और आयुक्त इंडस्ट्रीज के पद पर हुआ है। उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में जब केंद्र सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ड्रीम प्रोजेक्ट इंडस्ट्रियल कॉरीडोर को शुरू करने जा रही है। ऐसे में एक युवा और तेज तर्रार आई ए एस अधिकारी प्रतीक जैन को सिडकुल की जिम्मेदारी सौंपना बहुत महत्वपूर्ण है। और आज सरकार को उनकी विश्वसनीयता और प्रशासनिक क्षमता पर पूर्ण विश्वास है। उनकी प्रशासनिक क्षमताओं को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें चार धाम यात्रा के सीजन के समय बद्रीनाथ यात्रा को और सरल और सुलभ बनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी जिसमें वे सफल रहे। प्रतीक जैन हरिद्वार के सबसे लोकप्रिय युवा अधिकारी रहे हैं। विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनके कार्यकाल की जमकर तारीफ की। परियोजना निदेशक कैलाश नाथ तिवारी ने पुष्प गुच्छ और भगवान कृष्ण की प्रतिमा प्रदान कर उनका स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन सहायक परियोजना निदेशक नलिनीत घिल्डियाल ने किया। इस अवसर पर निवर्तमान मुख्य विकास अधिकारी और महानिदेशक सिडकुल और आयुक्त इडस्ट्री प्रतीक जैन ने कहा कि उधम सिंह नगर में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट कॉरिडोर इंडस्ट्रियल को धरातल पर उतारने का उन्हें बहुत महत्वपूर्ण अवसर मिलेगा और जिससे राज्य में युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे तथा राज्य का आर्थिक विकास तेजी से होगा। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर रहकर उन्हें हरिद्वार के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल के बारे में कई समस्याओं की जानकारी मिली, सिडकुल के एमडी पद पर रहकर वह इन समस्याओं का निराकरण करने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं कर्मचारी का विशेष सहयोग और स्नेह मिला है जो मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि और अमूल्य पूंजी हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी तथा कर्मचारी अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाएं। उन्होंने कहा कि हमें जनआकांक्षाओं पर खरा उतारना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे लिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वार सहयोग के लिए हमेशा खुले हुए हैं। हमें शारीरिक और मानसिक रूप से बिल्कुल दुरुस्त रहना चाहिए इसके लिए चिंतन मनन के साथ खेलों पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने विचार रखें। कार्यक्रम का समापन एक महिला अधिकारी द्वारा भजन गाकर किया गया। भजन ने सबका मन मोह लिया।