लेखपाल तथा कानूनगो प्रशासन की रीढ़ हैं। यह बात जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने तहसील सभागार में राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान कही। जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि आपकी रिपोर्ट ही आधार बनती है, इसलिए लेखपाल सही ढ़ंग से पैमाइश तथा जांच पड़ताल कार्य पूरी ईमानदारी व निष्पक्षता से करना सुनिश्चित करें तथा नजरिया नक्शा बनाने में किसी भी प्रकार की त्रुटि न हो।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिद्वार 01 अक्टूबर, 2024 लेखपाल तथा कानूनगो प्रशासन की रीढ़ हैं। यह बात जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने तहसील सभागार में राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान कही। जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि आपकी रिपोर्ट ही आधार बनती है, इसलिए लेखपाल सही ढ़ंग से पैमाइश तथा जांच पड़ताल कार्य पूरी ईमानदारी व निष्पक्षता से करना सुनिश्चित करें तथा नजरिया नक्शा बनाने में किसी भी प्रकार की त्रुटि न हो। उन्होंने मार्गदर्शित करते हुए कहा कि राजस्व लेखपाल तथा कानूनगो को मूल कार्य अवश्य आना चाहिए, मूल कार्यों को प्राथमिकता दें और मूल कार्यों के साथ किसी भी प्रकार का सझौता न करें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि किसी के भी दबाव या प्रभाव में गलत रिपोर्ट न दें, जो वास्तविक हो वहीं रिपोर्टिंग करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मानवीय भूल तो क्षम्य हो सकती है, लेकिन गलत मंशा से किया गया कार्य किसी भी दशा में क्षम्य नहीं होगा। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग सबसे पुराना विभाग है और राजस्व विभाग का प्रभाव आपकी कार्य शैली पर निर्भर करता है। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि राजस्व विभाग की सुचिता बनाए रखें, इसकी छवि पर दाग न लगने दें। उन्होंने मार्गदर्शित करते हुए कहा कि आपकी कार्य शैली बच्छी होने के साथ ही जनता के साथ बेहतर तालमेल होना चाहिए। अपने-अपने कार्य क्षेत्र में हर किसी लेखपाल की पकड़ मजबूत होनी चाहिए।