महू में सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने लोकसभा में 400 सीटें लाने पर संविधान बदलने की बात कही थी, लेकिन उन्हें संसद में सिर झुकाकर आना पड़ा।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
महू में सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने लोकसभा में 400 सीटें लाने पर संविधान बदलने की बात कही थी, लेकिन उन्हें संसद में सिर झुकाकर आना पड़ा। राहुल गांधी ने आरक्षण पर बड़ा वादा करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर आरक्षण की 50% सीमा हटाई जाएगी और इसके लिए लोकसभा-राज्यसभा में बिल लाया जाएगा। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयान का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि यह संविधान पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा, "जिस दिन संविधान खत्म हुआ, उस दिन दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के लिए देश में कुछ नहीं बचेगा।" उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि देश का धन अदाणी-अंबानी के हवाले किया जा रहा है, जिससे गरीबों और युवाओं के रोजगार के अवसर खत्म हो रहे हैं। नोटबंदी और जीएसटी को गरीबों को खत्म करने के औजार बताते हुए उन्होंने कहा कि ये योजनाएं अरबपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई गई हैं। राहुल गांधी ने राम मंदिर के लोकार्पण में दलितों और आदिवासियों की उपेक्षा का मुद्दा भी उठाया और कहा कि भाजपा का एजेंडा संविधान को कमजोर करना है। सभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी के लिए संघर्ष में आरएसएस का कोई योगदान नहीं था। उन्होंने जनता से एकजुट होकर संविधान और लोकतंत्र को बचाने की अपील की।