बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सतà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤¨à¤‚द गिरि जी महाराज के संकलà¥à¤ª की पूरà¥à¤¤à¤¿ हेतॠहो रहा है सवा लाख हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा पाठà¤à¤¾à¤°à¤¤ माता समनà¥à¤µà¤¯ सेवा टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध नà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ आई.डी. शरà¥à¤®à¤¾ के संयोजन में à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता मंदिर जनहित à¤à¤µà¤¨ के पà¥à¤°à¤¾à¤—ंण में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हà¥à¤† सवा लाख हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा पाठपरायण अनà¥à¤·à¥à¤ ान
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 21 नवमà¥à¤¬à¤°à¥¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता मंदिर समनà¥à¤µà¤¯ सेवा टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· आचारà¥à¤¯ म.मं. सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवधेशानंद गिरि महाराज के सानिधà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध नà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ आई.डी. शरà¥à¤®à¤¾ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के संयोजन में सवा लाख हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा पाठपरायण अनà¥à¤·à¥à¤ ान पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठहà¥à¤† जिसका शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठकरते हà¥à¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता मंदिर समनà¥à¤µà¤¯ सेवा टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· आचारà¥à¤¯ म.मं. सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवधेशानंद गिरि जी महाराज ने कहा कि हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी अषà¥à¤Ÿ सिदà¥à¤§à¤¿ और नव निधि के दाता हैं। हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी कृपा से à¤à¤—वान राम की कृपा सहज ही पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो जाती है। हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ सेवा, समरà¥à¤ªà¤£, à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ की पराकाषà¥à¤ ा है। उनकी आराधना से जहां साधक को अषà¥à¤Ÿ सिदà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और नव निधियों की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होती है वहीं साधना का मारà¥à¤— à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ होता है। हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी की à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से कषà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ व शोक का निवारण होता है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता समनà¥à¤µà¤¯ सेवा टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के मà¥à¤–à¥à¤¯ नà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ आई.डी. शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा कि गà¥à¤°à¥‚देव समनà¥à¤µà¤¯à¤µà¤¾à¤¦à¥€ संत थे और à¤à¤—वान राम उनके आराधà¥à¤¯ देव थे जिनकी पूजा के निमितà¥à¤¤ गà¥à¤°à¥‚देव ने अपने जीवनकाल में अनेक यजà¥à¤ž, अनà¥à¤·à¥à¤ ान आयोजित किये। उनà¥à¤¹à¤¾à¤‚ेेने बताया कि गà¥à¤°à¥‚देव बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सतà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤¨à¤‚द गिरि जी महाराज के संकलà¥à¤ª की पूरà¥à¤¤à¤¿ हेतॠगà¥à¤°à¥‚देव के समाधि सà¥à¤¥à¤² के निकट विपà¥à¤°à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से सवा लाख हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा पाठका आयोजन हो रहा है, जिसकी पूरà¥à¤£à¤¾à¤¹à¥à¤¤à¤¿ 30 नवमà¥à¤¬à¤° को होगी। à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता मंदिर के शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ललिताननà¥à¤¦ जी महाराज ने कहा कि पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥‚देव का संकलà¥à¤ª साकार हो रहा है। उनकी समाधि सà¥à¤¥à¤² निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ से पूरà¥à¤µ सवा लाख हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा के जाप से निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ से यह सà¥à¤¥à¤² शकà¥à¤¤à¤¿ के केनà¥à¤¦à¥à¤° के रूप में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ होगा। इस अवसर पर विदà¥à¤µà¤¾à¤¨, विपà¥à¤°à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 24 घंटे शà¥à¤°à¥€ हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा का पाठकिया जा रहा है। कोरोना महामारी के चलते सोशल डिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤¸à¤¿à¤‚ग का पालन करते हà¥à¤ देश-विदेश में फैले à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आॅनलाईन पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤£ किया जा रहा है।