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चमोली में सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीकरण विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का समापन


सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी एण्ड गुड़ गवर्नेंस उत्तराखण्ड नियोजन विभाग एवं यूएनडीपी के तत्वाधान में सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीकरण विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का शनिवार को समापन हुआ।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 21 नवबंर,2020, सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी एण्ड गुड़ गवर्नेंस उत्तराखण्ड नियोजन विभाग एवं यूएनडीपी के तत्वाधान में सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीकरण विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का शनिवार को समापन हुआ। संस्था ईएचआई (इंटरनेशनल इनेबलिंग हेल्थकेयर) के तकनीकी सहयोग से स्थापित कार्यशाला में सीपीपीजीजी के विशेषज्ञ करूणाकर सिंह, माॅनिटरिंग विशेषज्ञ शैलेन्द्र कुमार एवं लाइवलीहुड प्रोफेशनल परधी कपूर ने जनपद स्तरीय सभी विभागों को सतत् विकास लक्ष्यों के स्थानीरकण विषय पर एसडीजी के लक्ष्यों के बेहतर तरीके से हासिल करने के संबध में प्रजेंटेशन दिया गया और जनपद स्तर पर उपलब्ध संशाधनों एवं इंडिकेटर्स के आधार पर आने वाली समस्याओं को चिन्हित करते हुए उनके प्रवाभी समाधान पर चर्चा की गई। विभागों के पास कितने रिसोर्सेज है और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए क्या मैकेनिज्म रहेगा इन सब बातों पर भी कार्यशाला में विस्तार से चर्चा हुई। जनपद के सतत् विकास लक्ष्यों के स्थानीय स्तर पर नियोजन एवं क्रियान्वयन को लेकर शुक्रवार से क्लेक्ट्रेट सभागार में शुरू हुई दो दिवसीय कार्यशाला का शनिवार को मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे ने समापन किया। सीडीओ ने सीपीपीजीजी एवं यूएनडीपी की पूरी टीम एवं विभागीय अधिकारियों को कार्यशाला के सफल आयोजन पर बधाई भी दी। कहा कि कार्यशाला के आउटकम से जनपद के सतत् विकास के लिए कार्ययोजना एवं विकास का रोडमैप के साथ जनपद के लिए विजन डॉक्यूमेंट 2030 तैयार हो सकेगा। सीडीओ ने कहा कि सतत विकास के सभी लक्ष्यों का अपना महत्व है। इन लक्ष्यों की सफलता स्थानीय स्तर पर बनाए जाने वाले बेहतर प्लान और उसके कारगर इम्प्लिमेंटेशन से ही संभव होगा। उन्होने विभागों को अपनी ताकत और कमजोरी को पहचानकर सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने में अपनी सक्रिय भूमिका से कार्य करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए विभागों को अपने अनुभव, फीडबैक और आपसी परिचर्चा के बाद निकले बेहतर आउटकम और उसके बेहतर क्रियान्वयन से ही संभव होगा।

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