ऋषिकेश सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤®à¥à¤¸ असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ कराया गया था। जहां उपचार के कà¥à¤› दिन बाद हेमराज की मौत हो गयी थी।
रिपोर्ट - ALL NEWS BHARAT
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 27 दिसंबर। समाजसेवी कमल खड़का ने मानवता की मिशाल पेश करते हà¥à¤ गंगा घाटों पर गाइड का काम करने वाले निराशà¥à¤°à¤¿à¤¤ हेमराज के बीमार होने पर उसे ऋषिकेश सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤®à¥à¤¸ असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ कराया गया था। जहां उपचार के कà¥à¤› दिन बाद हेमराज की मौत हो गयी थी। ऋषिकेश पà¥à¤²à¤¿à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सूचना दिठजाने पर कमल खड़का ने सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ व अपने सगे संबंधियों से चंदा इकठà¥à¤ ा कर हेमराज के अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° के लिठपà¥à¤²à¤¿à¤¸ को सौंपे। कमल खड़का ने बताया कि कई सालों से हरकी पैड़ी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के सà¥à¤à¤¾à¤· घाट, गऊ घाट, मोतीबाजार, बड़ा बाजार में होटलों धरà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤²à¤¾, लॉज आदि मे किराठपर कमरे दिलाने व गाइड का काम कर जीवन यापन करने वाले हेमराज मà¥à¤°à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ के रहने थे। पिछले करीब बीस वरà¥à¤·à¥‹ से घर बार छोड़कर वे हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में ही रह रहे थे। कà¥à¤› दिन पहले अचानक तबियत बिगड़ने पर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जिला असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ कराया गया था। जहां उनकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ को देखते हà¥à¤ चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ऋषिकेश à¤à¤®à¥à¤¸ में रेफर कर दिया था। जहां इलाज के दौरान उनकी मृतà¥à¤¯à¥ हो गयी। उनका कोई सगा संबंधी नहीं होने पर मानवता के तहत सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सहयोग से उनका इलाज कराया जा रहा था। मृतà¥à¤¯à¥ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ उनके अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° के लिठचार हजार रूपठà¤à¤•à¤¤à¥à¤° कर ऋषिकेश पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को सौंपे गà¤à¥¤ समाजसेवी कमल खड़का ने कहा कि हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ गंगा घाटों पर निराशà¥à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के रूप में सैकड़ों लोग अपना जीवन यापन कर रहे हैं। à¤à¤—वान à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ ही à¤à¤¸à¥‡ लोगों का जीवन चल रहा है। गाइड हेमराज à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, होटल वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को यातà¥à¤°à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ को ठहराने के लिठहोटल धरà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤²à¤¾à¤“ं में बà¥à¤•à¤¿à¤‚ग के आरà¥à¤¡à¤° दिलाता था। अधिक उमà¥à¤° होने के कारण हेमराज जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ काम नहीं कर पाता था। वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सहयोग से ही उसका जीवन यापन हो रहा था। कमल खड़का ने कहा कि वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¥€ सà¥à¤à¤¾à¤· शरà¥à¤®à¤¾, राजू वधावन मानवता का परिचय देते हà¥à¤ निराशà¥à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ की मदद के लिठहर समय तैयार रहते हैं। हेमराज तीरà¥à¤¥ यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सेवा में लगा रहता था। मंदिरों के दरà¥à¤¶à¤¨ व आसपास के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की जानकारियां बाहर से आने वाले यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को उपलबà¥à¤§ à¤à¥€ कराता था। वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने मानवता का परिचय देते हà¥à¤ हेमराज व उनके अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° के लिठपैसे उपलबà¥à¤§ कराà¤à¥¤ मानवीर चैहान ने कहा कि मानव सेवा ही परम धरà¥à¤® है। सचà¥à¤šà¥€ ईशà¥à¤µà¤° à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ निसà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ सेवाà¤à¤¾à¤µ से की जानी चाहिà¤à¥¤ धरà¥à¤®à¤¨à¤—री के वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¥€ इंसानियत का संदेश देते चले आ रहे हैं। नितिन शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯, गोपाल परदेसी, घनशà¥à¤¯à¤¾à¤®, मानवीर चैहान, रवि खनà¥à¤¨à¤¾, पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤ªà¤¾à¤² गटà¥à¤Ÿà¥‚, सà¥à¤°à¥‡à¤¶ बिहारी, लोकनाथ जà¥à¤žà¤¾à¤µà¤¾à¤²à¥€, रामपà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ शरà¥à¤®à¤¾ डाला, सोनू, à¤à¥ˆà¤°à¥‹à¤¸à¤¿à¤‚ह बिषà¥à¤Ÿ, महेश बेदी, नितिन शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯, बाबा राधेशà¥à¤¯à¤¾à¤® पà¥à¤°à¥€, निशिकांत, कमल सेठी ,पवन कà¥à¤®à¤¾à¤°,डबà¥à¤¬à¥‚, राकेश चैहान, आदि ने हेमराज के दाह संसà¥à¤•à¤¾à¤° के लिठचंदा देकर सहयोग किया।