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कोरोना काल में बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार मुहैया कराने में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना वरदान


कोरोना काल में बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार मुहैया कराने में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना वरदान साबित हो रही है। इस योजना का लाभ लेकर कई बेरोजगार नौजवान न सिर्फ आत्मनिर्भर बने है बल्कि अपना एक सफल उद्यम स्थापित कर ओरों को भी रोजगार देने के काबिल बने है

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 13 जून,2021,कोरोना काल में बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार मुहैया कराने में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना वरदान साबित हो रही है। इस योजना का लाभ लेकर कई बेरोजगार नौजवान न सिर्फ आत्मनिर्भर बने है बल्कि अपना एक सफल उद्यम स्थापित कर ओरों को भी रोजगार देने के काबिल बने है और अपने इलाके में एक मिसाल पेस कर रहे है। कोरोना के इस काल में जब लोग रोजगार के लिए परेशान है और हजारों लोगों की नौकरियां चली गई वही गैरसैंण निवासी मनोज कुमार और गोपेश्वर निवासी राहुल तिवाडी जैसे कुछ लोगों ने अपना उद्यम संचालित कर एक मिसाल पेश कर रहे है। इन सफल उद्यमियों की कहानी इन्ही के जुवानी पेश है। गैरसैंण निवासी मनोज कुमार बताते है कि पिछले लाॅकडाउन में अपनी नौकरी गवां देने के बाद बेरोजगार होकर जब मैं घर लौटा तो मुझे रोजगार की चिन्ता सताने लगी। समाचार पत्रों, सोशल मीडिया पर काफी दिनों तक नौकरियां तलाशता रहा। तभी अचानक एक दिन मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के बारे में जानकारी मिली। जिसमें स्वयं का उद्यम स्थापित करने के लिए सब्सिडी युक्त ऋण सुविधा दी जा रही थी। बिना समय खोए मैने बेवसाइट पर आॅनलाइन आवेदन किया। फिर एक दिन उद्योग केन्द्र चमोली से मेरे फोन पर उम्मीद की घंटी बजी और मुझे साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। जिलाधिकारी महोदय सहित समिति के सदस्यों ने साक्षात्कार के दौरान मेरे प्रोजेक्ट के बारे में पूरी जानकारी ली। मुझे आॅफसेट प्रिटर्स स्थापना के लिए ऋण स्वीकृत हुआ। मैने फोटोस्टेट मशीन, फोटो प्रिटिंग मशीन, कप्यूटर, लैपटाॅप के माध्यम से विभिन्न सेवाएं देना शुरू किया। जो मेरे लिए काफी फायदेमंद रहा और मेरा व्यवसाय अच्छा चल रहा है। अपनी ऋण की किस्तों को भरने के साथ ही मै अपनी दुकान पर एक अन्य बेरोजगार युवक को भी रोजगार दे रहा हूॅ और आज मैं और मेरा परिवार बेहद खुश हूॅ। वही दूसरी ओर राहुल तिवाडी बताते है कि अपनी स्नातक की पढाई पूरी करने के बाद लाॅकडाउन के चलते वे नौकरी के लिए बाहर नही जा सके। रोजमर्रे की जरूरतों के लिए खर्चे की समस्या दिनों दिन बढने लगी। तब मैने अपने घर गांव में ही कुछ छोटा मोटा व्यवसाय करने की सोची। इधर उधर हाथ पैर मारने के बाद मुझे मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के बारे में जानकारी मिली और मैने तुरतं इस स्कीम से मसाला उद्यम स्थापित करने हेतु ऋण के लिए आवेदन किया। मुझे एमएसवाई के तहत लघु उद्यम स्थापना हेतु 4 लाख का ऋण स्वीकृत किया गया। जिससे मैने गोपेश्वर में पेट्रोल पम्प के निकट मसाला उद्यम चलाना शुरू किया। मेरा व्यवसाय अच्छा चल रहा है। मैने अपने साथ दो अन्य लड़कों को भी काम दिया है। मै राज्य सरकार, जिला प्रशासन सहित उद्योग विभाग गोपेश्वर और पंजाब नेशनल बैंक का बहुत आभार व्यक्त करता हूॅ।

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