उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड जहाठसà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ और महेश बसते हैं, जहाठहर तरफ हरियाली और पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की खूबसूरती दिखती है वह उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• आपदाओं को तो à¤à¥‡à¤²à¤¤à¤¾ ही है साथ ही साथ राजनीतिक आपदाओं को à¤à¥€ à¤à¥‡à¤² रहा है|
रिपोर्ट - सचिन तिवारी
देवà¤à¥‚मि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड जहाठसà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ और महेश बसते हैं, जहाठहर तरफ हरियाली और पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की खूबसूरती दिखती है वह उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• आपदाओं को तो à¤à¥‡à¤²à¤¤à¤¾ ही है साथ ही साथ राजनीतिक आपदाओं को à¤à¥€ à¤à¥‡à¤² रहा है, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड जहाठकब किस रोड़ पर लैंडसà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤¡ हो जाठपता नहीं होता, वही कब राजनीति में लैंडसà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤¡ हो जाठऔर सरकार गिर जाठ,मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ बदल जाठपता नहीं होता , हाल में ही मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ तीरथ के सà¥à¤¤à¥€à¤«à¥‡ के बाद बीस साल के उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड को पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी के रूप में 13वां मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मिला। 9 नवमà¥à¤¬à¤° 2000 को जब छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—ॠऔर à¤à¤¾à¤°à¤–ंड के साथ उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ से पृथक होकर उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड बना तब यहाठकी जनता ने जशà¥à¤¨ मनाया और राजà¥à¤¯ आंदोलनकारी जो शहीद हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि दी गई । उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड वासियों के लिठवह दिन à¤à¤• तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° से कम नही था लेकिन वकà¥à¤¤ के साथ साथ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ कम होता चला गया , और उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड खà¥à¤¦ को ठगा और लà¥à¤Ÿà¤¾ महसूस करने लगा । असल मे उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के साथ उसका दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ उसी दिन से शà¥à¤°à¥‚ हो गया था जिस दिन इसे उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ से अलग करके पृथक पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ बनाया गया था, 90 के दशक में जब पृथक राजà¥à¤¯ की मांग विधिवत रूप से आगे बà¥à¥€ तब से ही पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ राजà¥à¤¯ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की राजधानी के रूप में गैरसैंण को देखा जाने लगा, 25 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 1992 के दिन उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति दल ने गैरसैंण को पहाड़ की राजधानी तक घोषित कर दिया था, वीर चंदà¥à¤° गड़वाली के नाम पर इसे चंदà¥à¤° नगर नाम रखते हà¥à¤ राजधानी का शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ तक कर दिया गया , लेकिन 90 के दशक में गठित कौशिक समिति ने जब 1994 में अपनी रिपोरà¥à¤Ÿ सौंपी जिसमे तमाम मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ के साथ साथ गैरसैंण को राजधानी बनाने का मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ à¤à¥€ था , उस पर चरà¥à¤šà¤¾ ही नही हà¥à¤ˆà¥¤ हालांकि बाद में जब पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की पहली सरकार बनी तो उसने राजधानी चयन आयोग का गठन किया जिसे दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ आयोग à¤à¥€ कहा गया, लेकिन उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड का दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ तब à¤à¥€ इसके साथ रहा दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ आयोग ने कई सालों बाद अपनी रिपोरà¥à¤Ÿ सौंपी तब à¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¾à¤ˆ राजधानी के सवाल पर सरकार ने कोई निरà¥à¤£à¤¯ नही लिया, और पहाड़ की राजधानी पहाड़ à¤à¤• छलावा बन कर रह गई । देश की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– पारà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ और कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ से उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की सतà¥à¤¤à¤¾ संà¤à¤¾à¤²à¥€ , लेकिन उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की समसà¥à¤¯à¤¾ जà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की तà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बनी रहीं हालांकि की अगर विकास की बात की जाठतो उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड राजà¥à¤¯ में सड़के बेहतर हà¥à¤ˆ हैं और कई सारे डैम à¤à¥€ बने हैं जिससे लोगों की रोजगार à¤à¥€ मिला है , वहीं विकास के साथ साथ विनाश की पटकथा à¤à¥€ लिखी गई , विकास के नाम पर उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को कà¥à¤·à¤¤ विकà¥à¤·à¤¤ किया गया पेड़ पहाड़ों को काटा गया डैम के रूप में जल बमà¥à¤¬ बनाठगठ, गांवों में पलायन हà¥à¤† कई गाà¤à¤µ के गाà¤à¤µ खाली हो गà¤, जहाठजमीनों में खेती होती थी वहाठआज जमीनें बंजर पड़ी हैं, लेकिन इन सब के बावजूद कई राजनीतिक पारà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की फसलें उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में लहलहा रही हैं और कई राजनीतिक पारà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ अपनी जमीन तलाशने में लगी हैं । जहाठअà¤à¥€ तक उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड का राजनीतिक रण à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ और कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ में था वहीं आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€ के पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ से इस राजनीतिक रण को और जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ रोमांचकारी बना दिया है , दिलà¥à¤²à¥€ की जनता को जिस तरह से अरविंद केजरीवाल लà¥à¤à¤¾à¤¨à¥‡ और उनका विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ जीतने में कामयाब हà¥à¤ हैं, उनका मनोबल काफी ऊà¤à¤šà¤¾ उठा हà¥à¤† है और वो उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में à¤à¥€ अपनी पैठजमाने की à¤à¤°à¤ªà¥‚र कोशिश कर रहे हैं , हाल में ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जिस तरह से देहरादून में पà¥à¤°à¥‡à¤¸ करके 300 यूनिट बिजली फà¥à¤°à¥€ की घोषणा की उससे दोनों पà¥à¤°à¤®à¥à¤– पारà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के माथे पर शिकन आ गई है, कà¥à¤¯à¥‹à¤•à¤¿ आप को हलà¥à¤•à¥‡ में लेना दोनों पारà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठमंहगा साबित हो सकता है । हालांकि आगामी चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में आप की सरकार बनेगी इसकी संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ न के बराबर है लेकिन आम आदमी तमाम नेताओं और पारà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के समीकरण बदल सकती है इससे इनकार नही किया जा सकता। कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ में जिस तरह से अंदरूनी कलह बनी हà¥à¤ˆ है और नेता के चयन में उनमें तकरार दिख रही है वह उनके लिठघातक साबित हो सकती है , छोटे नेता और कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾à¤“ं में à¤à¤• तरह à¤à¥à¤°à¤® की सà¥à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ बनी हà¥à¤ˆ है , जिसके परिणाम सà¥à¤µà¤°à¥‚प कई छà¥à¤Ÿà¤à¥ˆà¤¯à¥‡ नेता और कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ आप मे शामिल हà¥à¤ है चूà¤à¤•à¤¿ आप उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में à¤à¤• नई पारà¥à¤Ÿà¥€ के रूप में आई है इसलिठउनको इस पारà¥à¤Ÿà¥€ में अपना à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ दिख रहा है जिन नेताओ को कई सालों से पारà¥à¤Ÿà¥€ ने महतà¥à¤µ नही दिया वह आप मे जमीन तलाश कर रहे हैं , उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की राजनीति में कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ का à¥à¥€à¤²à¤¾ रवैया उनके लिठआगामी चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में बहà¥à¤¤ à¤à¤¾à¤°à¥€ पड़ सकता है । à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ की बात करें तो पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में पिछले कà¥à¤› महीनों में जिस तरह से उठापटक चली 2 मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ बदले गठपà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ संगठन में बदलाव हà¥à¤† वह सब à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के अंदर चल रहे गतिरोध और असंतोष को जाहिर करता है , कोरोना महामारी में पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की सरकार की नाकामी और पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– उदà¥à¤¯à¥‹à¤— परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ उधोग का धराशायी होना , पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के लोगो के लिठà¤à¤• à¤à¤Ÿà¤•à¥‡ की तरह है , इससे लोगों में सरकार के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ असनà¥à¤¤à¥‹à¤· बà¥à¤¾ है। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ का केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ नेतृतà¥à¤µ इससे अनà¤à¤¿à¤œà¥à¤ž नही है इसी के परिणामसà¥à¤µà¤°à¥‚प राजà¥à¤¯ में परिवरà¥à¤¤à¤¨ किठगठहैं , धामी को à¤à¤• यà¥à¤µà¤¾ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के तौर पर उतार कर पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की जनता को नई सोच देने की कोशिश की जा रही हैं , लेकिन धामी की राह आसान नही होने वाली उनके सामने कई चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ हैं , हालांकि धामी ने शपथ लेते ही जो सà¥à¤ªà¥€à¤¡ दिखाई है वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बाकी मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से अलग करती है लेकिन आगामी चà¥à¤¨à¤¾à¤µ को देखते हà¥à¤ उनके पास वकà¥à¤¤ कम है और पारà¥à¤Ÿà¥€ के अंदर मौजूद सीनियर नेताओ और विधायकों की नाराजगी से बचते हà¥à¤ उनके लिठइतने कम समय में खà¥à¤¦ को साबित करने की बहà¥à¤¤ बड़ी चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ है । अगर बात की जाठउतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की जनता की तो उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की जनता का मूड कà¥à¤¯à¤¾ बनता है और किस तरफ इनका वोट जाà¤à¤—ा अà¤à¥€ कहना मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² है, जहाठकà¥à¤› लोगों का कहना है कि अबकी कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की सरकार बननी चाहिठवहीं कà¥à¤› लोग कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ को नेतृतà¥à¤µ विहीन पारà¥à¤Ÿà¥€ बता रहें हैं । जहाठकà¥à¤› लोग à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ की सरकार बनने का दावा कर रहें है वही कà¥à¤› लोग महंगाई, बेरोजगारी और परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ उधोग का धराशायी होना आगामी चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ की हार का कारण बता रहे हैं। आप की बात करें तो करà¥à¤¨à¤² कोठियाल को अपनी टीम में शामिल करके उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के इस सियासी खेल में आप ने अपना तà¥à¤°à¥à¤ª का इकà¥à¤•à¤¾ दिखा दिया है जो निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से आप के लिठउतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में à¤à¤• सियासी जमीन तैयार करेगा लेकिन जीत हासिल करना अà¤à¥€ उनके लिठदूर की कौड़ी है । हालांकि à¤à¤• मजबूत जनाधार उनको मिलेगा इससे इनकार नहीं किया जा सकता ।