शà¥à¤°à¥€ अवधूत मंडल आशà¥à¤°à¤®, निकट शंकर आशà¥à¤°à¤®, जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾à¤ªà¥à¤°, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में चल रही शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥à¤à¤¾à¤—वत कथा के पांचवे दिन में कथा वà¥à¤¯à¤¾à¤¸ गौरदास महाराज ने à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ की मंगलमय बाल लीलाओं का वरà¥à¤£à¤¨ करते हà¥à¤ à¤à¤—वान की माखन चोरी, चीर हरण|
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ शà¥à¤°à¥€ अवधूत मंडल आशà¥à¤°à¤®, निकट शंकर आशà¥à¤°à¤®, जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾à¤ªà¥à¤°, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में चल रही शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥à¤à¤¾à¤—वत कथा के पांचवे दिन में कथा वà¥à¤¯à¤¾à¤¸ गौरदास महाराज ने à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ की मंगलमय बाल लीलाओं का वरà¥à¤£à¤¨ करते हà¥à¤ à¤à¤—वान की माखन चोरी, चीर हरण, गोचारण लीला का वरà¥à¤£à¤¨ करते हà¥à¤ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं को बताया कि à¤à¤—वान माखन कà¥à¤¯à¥‹ चà¥à¤°à¤¾à¤¤à¥‡ हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि माखन में तीन गà¥à¤£ हैं पहला माखन कोमल है दूसरा कठोर नहीं है तीसरा माखन शà¥à¤µà¥‡à¤¤ है। इसलिठहम सबको कठोर नहीं बनना हैं और माखन जैसा बाहर से है à¤à¤¸à¤¾ ही अंदर से है। हम जैसे बाहर से हैं अगर अंदर से à¤à¥€ à¤à¤¸à¥‡ बन जायेंगे तो पà¥à¤°à¤à¥ हमको à¤à¥€ सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कर लेंगे। इसलिठहर मनà¥à¤·à¥à¤¯ को माखन जैसा बनना चाहिà¤à¥¤ कथा पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग को आगे बà¥à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ महाराज जी ने बताया कि कैसे à¤à¤—वान ने कालिया नाग का मरà¥à¤¦à¤¨ किया à¤à¤—वान की मधà¥à¤°-मधà¥à¤° बाल लीलाओं का वरà¥à¤£à¤¨ करते हà¥à¤ महाराज ने समसà¥à¤¤ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं को à¤à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मंतà¥à¤°à¤®à¥à¤—à¥à¤§ कर दिया। आज कथा में रमेश उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯, सà¥à¤®à¤¿à¤¤ कà¥à¤®à¤¾à¤°, जतिनदास जी महाराज, मानव गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, कà¥à¤®à¥à¤¦ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², तपन गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ ने à¤à¤¾à¤—वत पूजन किया।