हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤¾à¤—ीरथी परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• आवास गृह के सामने हर की पौड़ी पर गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡ की मांग को लेकर शà¥à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥ नानक देव धरà¥à¤® पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° समिति ने धरना व पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° (विकास शरà¥à¤®à¤¾) 20 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤¾à¤—ीरथी परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• आवास गृह के सामने हर की पौड़ी पर गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡ की मांग को लेकर शà¥à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥ नानक देव धरà¥à¤® पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° समिति ने धरना व पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ किया। समिति पदाधिकारियों ने गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ गोदड़ी के लिठहरकी पैड़ी के पास जमीन देने की मांग की। पदाधिकारियों ने सिटी मजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ को जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ à¤à¥€ सौंपा। पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ सà¥à¤–देव सिंह ने कहा कि पिछले कई दशक से गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ गोदड़ी के लिठसिख समाज लड़ाई लड़ रहा है। पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ की हठधरà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ के कारण गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡ बनाने के लिठजमीन नहीं दी जा रही। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हरकी पैड़ी पर गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ गोदड़ी था। उसी सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡ के लिठजमीन दी जाà¤à¥¤ जब तक गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡ के लिठजमीन आवंटित नहीं होती धरना पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ किठजाà¤à¤‚गे। अनूप सिंह सिदà¥à¤§à¥‚ ने कहा कि जब यूपी सरकार को परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• आवास गृह बनाने के लिठà¤à¥‚मि दी जा सकती है तो सिख समाज को गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡ के लिठà¤à¥‚मि कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं दी जा रही। सरकार सिख समाज के साथ à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ किया जा रहा है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि नगर नगर निगम, नगर पालिका सà¤à¥€ जगह के रिकारà¥à¤¡ में हरकी पैड़ी के पास गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ होना अंकित है। पूरà¥à¤µ में उसका किराया जमा होता रहा है। उसके बाद à¤à¥€ गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नहीं देना पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ की हठधरà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¤¾ है। जब तक गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡ के लिठजमीन आवंटित नहीं की जाà¤à¤—ी तब तक पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के खिलाफ समिति का धरना व पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ जारी रहेगा। पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ करने वालों में बाबा जà¥à¤žà¤¾à¤¨, साहिब सिंह, हरजोत सिंह, लाहौरी सिंह, परगट सिंह, हरà¤à¤œà¤¨ सिंह आदि मौजूद रहे।