सिखों के दसवें गà¥à¤°à¥ गà¥à¤°à¥ गोविंद सिंह जी के 553 वें पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ परà¥à¤µ के अवसर पर आज शनिवार को सातवां विशाल नगर कीरà¥à¤¤à¤¨ गोल गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾à¤ªà¥à¤° से दोपहर में शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† । नगर कीरà¥à¤¤à¤¨ का जगह-जगह लोगों ने जोरदार सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया।
रिपोर्ट - ऑल नà¥à¤¯à¥‚ज़ à¤à¤¾à¤°à¤¤
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 28 दिसंबर । सिखों के दसवें गà¥à¤°à¥ गà¥à¤°à¥ गोविंद सिंह जी के 553 वें पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ परà¥à¤µ के अवसर पर आज शनिवार को सातवां विशाल नगर कीरà¥à¤¤à¤¨ गोल गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾à¤ªà¥à¤° से दोपहर में शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† । नगर कीरà¥à¤¤à¤¨ का जगह-जगह लोगों ने जोरदार सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया।नगर कीरà¥à¤¤à¤¨ गोल गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾à¤ªà¥à¤° से शà¥à¤°à¥‚ होकर à¤à¤—त सिंह चौक ,बाबा शà¥à¤°à¥€ चंदà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ चौक ,शंकर आशà¥à¤°à¤®, तहसील ,आरà¥à¤¯ नगर चौक, रामनगर ,सिंहदà¥à¤µà¤¾à¤°, कृषà¥à¤£à¤¾ नगर ,सà¥à¤–देव कà¥à¤Ÿà¥€ , दादू बाग ,निरà¥à¤®à¤² संत पà¥à¤°à¤¾ ,सरà¥à¤°à¤¾à¤«à¤¾ बाजार ,चौक बाजार से होता हà¥à¤† सती घाट कनखल में तीसरी पातशाही गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गà¥à¤°à¥ अमरदास डेरा बाबा दरगाह सिंह में समापà¥à¤¤ हà¥à¤† ।जहां पर गà¥à¤°à¥ का अटूट लंगर बरता गया। नगर कीरà¥à¤¤à¤¨ में गà¥à¤°à¥ नानक देव जी गà¥à¤°à¥ गोविंद सिंह जी के जीवन चरितà¥à¤° पर विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ à¤à¤¾à¤‚कियां निकाली गई,साथ ही पंजाब के जालंधर की मशहूर गतका दल ने साहसिक करतब दिखाकर लोगों का दिल जीत लिया। इसके अलावा बिजली की सà¥à¤µà¤šà¤¾à¤²à¤¿à¤¤ à¤à¤¾à¤‚कियां à¤à¥€ शामिल थी। बड़ी तादाद में साधॠसंत और यà¥à¤µà¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤ साधॠसमाज के सदसà¥à¤¯ à¤à¥€ नगर कीरà¥à¤¤à¤¨ में à¤à¤¾à¤— लेने के लिठपहà¥à¤‚चे। गà¥à¤°à¥ गà¥à¤°à¤‚थ साहिब की à¤à¤¾à¤‚की के आगे पंच पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के साथ-साथ पहली बार हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में सिंहया पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€ à¤à¥€ सिर पर पगड़ी और हाथ में तलवार लेकर सफ़ेद वसà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में नंगे पांव चल रही थी। इस अवसर पर सिख संगत को संबोधित करते हà¥à¤ शà¥à¤°à¥€ निरà¥à¤®à¤² संत पà¥à¤°à¤¾ के पीठाधीशà¥à¤µà¤° महनà¥à¤¤ जगजीत सिंह शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि गà¥à¤°à¥ गोविंद जी ने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾ के लिठअपने पूरे परिवार को बलिवेदी पर चढ़ा दिया था उनसे जैसा वीर योदà¥à¤§à¤¾ विचारक चिंतक आज तक पूरे विशà¥à¤µ में नहीं हà¥à¤†à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की à¤à¤•à¤¤à¤¾ और अखंडता का संदेश देशवासियों को दिया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि गà¥à¤°à¥ के मारà¥à¤— पर चलकर ही राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के सामने मौजूद समसà¥à¤¤ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का निराकरण किया जा सकता है। नगर कीरà¥à¤¤à¤¨ में संत मनजीत सिंह ,बलवंत सिंह ,बलविंदर सिंह ,शीलू सिंह à¤à¤¾à¤Ÿà¤¿à¤¯à¤¾ ,,कà¥à¤²à¤¦à¥€à¤ª सिंह ,अमरजीत सिंह ,हरविंदर सिंह, मनजीत सिंह ओबरॉय समेत कई लोग थे । गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गà¥à¤°à¥ अमरदास सती घाट कनखल में नगर कीरà¥à¤¤à¤¨ के पहà¥à¤‚चने पर गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡ के गà¥à¤°à¤‚थी देवेंदà¥à¤° सिंह और समाजसेवी अतà¥à¤² शरà¥à¤®à¤¾ ने सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया।