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हृदय की कमजोरी के असरकारक घरेलू उपचार


थोड़ी-सी सावधानी तथा खानपान में थोड़ा-सा बदलाव हमें हृदय रोगों से बचा सकते हैं। इस दिशा में प्रकृति आपकी सबसे बड़ी दोस्त बनकर साथ देती है। कैसे? आइए जानें-प्रतिदिन तांबे के बर्तन में रखा पानी पिएँ।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

दिल की सुरक्षा आपके हाथ: थोड़ी-सी सावधानी तथा खानपान में थोड़ा-सा बदलाव हमें हृदय रोगों से बचा सकते हैं। इस दिशा में प्रकृति आपकी सबसे बड़ी दोस्त बनकर साथ देती है। कैसे? आइए जानें-प्रतिदिन तांबे के बर्तन में रखा पानी पिएँ। भोजन बनाते समय वसा की मात्रा कम हो, वनस्पति तेलों का प्रयोग करें, जिसमें लिनोलिक अम्ल अधिक मात्रा में हो, जैसे सूर्यमुखी का तेल, मूँगफली का तेल, क्योंकि लिनोलिक अम्ल रक्त का थक्का नहीं बनने देता और वसा के जमाव को रोकता है। भोजन में चोकर युक्त आटे की रोटी, प्रचुर मात्रा में हरी सब्जियों का प्रयोग करें। इनके प्रयोग से शरीर को एन्टी ऑक्सीडेंट, विटामिन्स व खनिज लवण प्राप्त होते हैं। दिल की धड़कन तेज हो तो : दिल की धड़कन असामान्य होना दिल की कमजोरी का प्रतीक होता है। इससे रक्त संचार भी बढ़ जाता है और घबराहट सी लगने लगती है। इसका घर पर सामान्य इलाज इस प्रकार किया जा सकता है-10 ग्राम अनार के पत्ते लेकर 10 ग्राम पानी में डालकर हल्की आँच पर उबालें। यह काढ़ा सुबह-शाम प्रतिदिन पीने से दिल मजबूत बनता है और दिल की धड़कन सामान्य होती है। गाजर के 200 ग्राम ताजे रस में 100 ग्राम पालक का रस मिलाकर सुबह-सुबह प्रतिदिन पीने से दिल की धड़कन काबू में रहती है, दिल मजबूत रहता है तथा दिल से संबंधित सभी विकार दूर होते हैं।

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