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पशुपालन मंत्री ने रुद्रप्रयाग में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों के बारे में जानकारी ली।


एक दिवसीय भ्रमण में पहुँचे पशुपालन, कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगणा का गुलाबराय मैदान में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अमरदेई शाह, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने जनपद आगमन पर पुष्पगुच्छ भैंट कर स्वागत किया गया। मंत्री द्वारा रुद्रा काम्पलैक्स रुद्रप्रयाग में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों के बारे में जानकारी प्राप्त की।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

रुद्रप्रयाग 29 मई, 2022, जनपद एक दिवसीय भ्रमण में पहुँचे पशुपालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, प्रोटोकाॅल, कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगणा का गुलाबराय मैदान में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अमरदेई शाह, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने जनपद आगमन पर पुष्पगुच्छ भैंट कर स्वागत किया गया। मंत्री द्वारा रुद्रा काम्पलैक्स रुद्रप्रयाग में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होने निर्देश दिये हैं केदारनाथ धाम यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने व यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोडे खच्चरों का स्वास्थ का विशेष ध्यान रखा जाये, यदि कोई घोड़ा ख्च्चर कमजोर एवं अनफिट है तो उसका यात्रा मार्ग में संचालन न किया जाय। उन्होनें जिलाधिकारी एवं संबधित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में सचंालित हो रहे घोडे खच्चरों का समुचित ध्यान रखा जाये तथा यात्रा मार्ग में पीने के पानी की उचित व्यवस्था की जाये, तथा जो पानी की पशुचरहियांे की उचित साफ-सफाई करते हुये खच्चरों के लिये गर्म पानी व उनके चारे-दाने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। जिससे घोडे खच्चरों की हो रही मृत्यु को कम किया जा सके। उन्होनें कहा कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में लगभग दस हजार घोडे़ खच्चर हैं जिसमें आठ हजार पांच सौ का ही रजिस्टेªशन किया गया है, इसमें एक दिन में पचास प्रतिशत ही घोडे खच्चरों का संचालन करेने के निर्देश दिये तथा घोड़े चच्चरों का एक दिन अनिवार्य रुप से आराम दिया जाये। उन्होनें जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को निर्देश दिये है कि यात्रा मार्ग में एक फोर्स तैनात करने के निर्देश दिये, जिसमें 20 लोगों शामिल किये जाये, जिनका कार्य होगा कि यात्रा मार्ग में संचालित घोडे खच्चरों को उनके मालिकों एवं हाॅकरों द्वारा समय-समय पर दाना-चारा-पानी उपलब्ध कराया जा रहा है या नही पूरे यात्रा मार्ग पर निगरानी करते रहेगें। इसके साथ ही उन्होने पांच सदस्यों की टीम भी गठित करने के निर्देश दिये जिसमें पशु चिकित्सक, पुलिस, जिला पंचायत एवं जिला प्रशासन के लोग शामिल होगें जिनका कार्य होगा कि यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोडे खच्चरों का निरन्तर निगरानी करते हुये जांच करेगें, एवं जांच में पाया जाता कि घोडा खच्चर कमजोर पाया जाता है तो यात्रा मार्ग में उसका संचालन न किया जाये। यदि यात्रा मार्ग में घोडे खच्चर की मृत्यु होती है तो जांच रिर्पोट में यह पाया जाता है कि उसकी मृत्यु उचित दाना-पानी न मिलने व भूख के कारण हुई है तो घोडे खच्चर मालिक एवं हाॅकर के विरुद्व एफआईआर दर्ज की जाये तथा घोडे खच्चर के बीमें का पैसा भी न दिया जाये। उन्होने यह भी निर्देश दिये है कि कमजोर घोडे खच्चरों के लिये उचित दाने एवं चारे की व्यवस्था पशुपालन विभाग द्वारा कराई जायेगी, जिसके लिये धनराशि उन्हें उपलब्ध कराई जायेगी।

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