परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने विशà¥à¤µ यà¥à¤µà¤¾ कौशल दिवस के अवसर पर अपने संदेश में कहा कि आज के दिन का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ सà¤à¥€ के लिये समावेशी और समान गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ वाली शिकà¥à¤·à¤¾ सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करना ताकि सà¤à¥€ को आजीविका के अवसर पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो सके। आजीविका संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ हेतॠकौशल विकास को बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देना अतà¥à¤¯à¤‚त आवशà¥à¤¯à¤• है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 15 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆà¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने विशà¥à¤µ यà¥à¤µà¤¾ कौशल दिवस के अवसर पर अपने संदेश में कहा कि आज के दिन का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ सà¤à¥€ के लिये समावेशी और समान गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ वाली शिकà¥à¤·à¤¾ सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करना ताकि सà¤à¥€ को आजीविका के अवसर पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो सके। आजीविका संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ हेतॠकौशल विकास को बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देना अतà¥à¤¯à¤‚त आवशà¥à¤¯à¤• है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ और à¤à¤¾à¤µà¥€ पीà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° बनाने के लिये सà¥à¤•à¤¿à¤²à¤¿à¤‚ग, अप-सà¥à¤•à¤¿à¤²à¤¿à¤‚ग और री-सà¥à¤•à¤¿à¤²à¤¿à¤‚ग को बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देना होगा। à¤à¤¾à¤°à¤¤ विशà¥à¤µ के सबसे यà¥à¤µà¤¾ देशों में से à¤à¤• है, जहाठऔसत आयॠ29 वरà¥à¤· है। हमारे देश की यà¥à¤µà¤¾ आबादी हमारी अदà¥à¤à¥à¤¤ मानव पूंजी हैं अतः उनकी शिकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ कौशल निरà¥à¤®à¤¾à¤£ पर विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देने की जरूरत है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ के यà¥à¤µà¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤¾à¤¨ हंै जरूरत है तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कौशल से यà¥à¤•à¥à¤¤ बनाने की। कोविड-19 के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ न केवल à¤à¤¾à¤°à¤¤ बलà¥à¤•à¤¿ पूरे विशà¥à¤µ में बेरोजगारी à¤à¤• बड़ी समसà¥à¤¯à¤¾ बनकर उà¤à¤°à¥€ है। इस समसà¥à¤¯à¤¾ को कम करने के लिये à¤à¤¾à¤°à¤¤ में कौशल विकास को बढावा देने की जरूरत है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में कौशल विकास तथा बेरोजगारी की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को दूर करने के लिये सà¥à¤•à¥‚ली सà¥à¤¤à¤° पर वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करना अतà¥à¤¯à¤‚त आवशà¥à¤¯à¤• है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि अपने राषà¥à¤Ÿà¥à¤° को आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° बनाने के लिये हमें विकास का à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ माॅडल चाहिये जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ समाज की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ को संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को गरिमापूरà¥à¤£ जीवन दे सके। सà¤à¥€ की पहà¥à¤‚च मौलिक सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं तक हो और यह तà¤à¥€ समà¥à¤à¤µ है, जब हम पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• मानव में माधव की छवि देख पाये और हमारे जीवन का लकà¥à¤·à¥à¤¯ मानव सेवा ही माधव सेवा हो, हम इसी à¤à¤¾à¤µ से जीवन में आगे बà¥à¤¤à¥‡ रहे। निसà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ à¤à¤¾à¤µ से दूसरों की सेवा करना ही मानवता की सेवा है। दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में à¤à¤¸à¥‡ कई महापà¥à¤°à¥‚ष हà¥à¤¯à¥‡ जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दूसरों की सेवा के लिये अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ की आहà¥à¤¤à¤¿ दे दी। आज à¤à¤¾à¤°à¤¤ सहित विशà¥à¤µ की à¤à¤• बड़ी आबादी गरीबी में जीवन यापन कर रही है। हमारे पास विकास के कई मॉडल हंै, फिर à¤à¥€ हमारे देश की बड़ी आबादी अनेक अà¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ के साथ जीवन जी रही है, इसलिये हमें विकास के à¤à¤¸à¥‡ मॉडल की जरूरत है जो पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के अनà¥à¤°à¥‚प हो और यही शिकà¥à¤·à¤¾ हमें अपनी à¤à¤¾à¤µà¥€ पीà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ देनी है।