Latest News

विशेष पूजन के बाद शक्तिकलश लेकर गुजरात रवाना


गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के तत्वावधान में देश-विदेश के विभिन्न स्थानों में यज्ञायोजनों के शृंखलाबद्ध कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। इसी क्रम में ४ से ७ नवंबर २२ को गुजरात के संतरामपुर में होने वाले १०८ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के लिए शक्तिकलश का विशेष पूजन हुआ।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार २१ जुलाई। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के तत्वावधान में देश-विदेश के विभिन्न स्थानों में यज्ञायोजनों के शृंखलाबद्ध कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। इसी क्रम में ४ से ७ नवंबर २२ को गुजरात के संतरामपुर में होने वाले १०८ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के लिए शक्तिकलश का विशेष पूजन हुआ। शक्तिकलश पूजन अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं श्रद्धेया शैलदीदी ने वैदिक कर्मकाण्ड के साथ पूरा किया। साथ ही नवनिर्वाचित राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से बधाई दी। इस अवसर पर संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी ने नारी सशक्तिकरण वर्ष में यज्ञीय आयोजन में नारियों की विशेष भूमिका के लिए आवाहन किया। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति कला, योग, विज्ञान, चिकित्सा से लेकर सभी क्षेत्र का नेतृत्व करने के लिए तैयार हो रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष २०२२ को शांतिकुंज ने नारी सशक्तिकरण वर्ष घोषित किया है और नारी सशक्तिकरण वर्ष में राष्ट्र के प्रथम नागरिक के रूप में एक मातृशक्ति का चयन होना, हम सभी के लिए गौरव की बात है। अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से बधाई दी और उनके उत्तम स्वास्थ्य हेतु सर्वशक्तिमान माता से प्रार्थना की। वहीं महिसागर गुजरात से पहुंचे संतरामपुर महायज्ञ के समन्वयक रामजीभाई धराशिया ने बताया कि संतरामपुर से करीब दो सौ भाई बहिन शांतिकुंज पहुंचे। शक्तिकलश पूजन में गुजरात सरकार में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री कुबेर भाई डिंडोर, जागृति बेन डिंडोर, गुजरात प्रांतीय जोन प्रभारी अश्विनभाई ज्ञानी आदि ने पूजा अर्चना की पश्चात शक्तिकलश की विशेष शोभायात्रा निकाली गयी।

Related Post